- चिकित्सा नैतिकता को भूल, गलत तरीके से गर्भाशय निकाल रहे, राज्य के प्राइवेट अस्पतालों पर कार्रवाई की जरूरत : डॉ गौतम कुमार
पटना. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी,पिछड़ा एवं अति पिछड़ा, मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गौतम कुमार ने बताया कि राज्य के हर कोने में छोटे बड़े प्राइवेट अस्पताल खुले हैं. पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण सहित राज्य के तमाम सीमाई इलाकों में 20-25 वर्ष की अवस्था में ही महिलाओं को उल्टा सीधा समझाकर ,ऑपरेशन कर उनका गर्भाशय प्राइवेट अस्पतालों द्वारा निकाल दिया जाता है. जैसा कि सभी जानते हैं कि ग्रामीण इलाकों में कम उम्र में ही शादी हो जाती है. 20-25 वर्ष की अवस्था में ही उनके कई बाल बच्चे हो जाते हैं. इस दौरान इन इलाकों की महिलाएं सामान्य मासिक गड़बड़ी, ल्यूकोरिया की समस्या को लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं, तो वे लोग रुपया के लालच में उल्टा सीधा समझा कर सीधा महिलाओं का ऑपरेशन कर गर्भाशय ही निकाल देते हैं. जबकि सभी डॉक्टर इस बात को जानते हैं कि गर्भाशय और अंडाशय का शरीर में कितना महत्व है. गर्भाशय और अंडाशय से निकलने वाले हार्मोन शरीर को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. और जिन महिलाओं का कम उम्र में गर्भाशय निकल जाता है ,उन्हे किन किन समस्याओं से जूझना पड़ता है.किसी परिवार के खुशहाली के लिए महिलाओं का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है. सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत है. और चिकित्सा नैतिकता को भूल चुके ऐसे डॉक्टर, मेडिकल संस्थान ,और डॉक्टरों पर कठोर कार्रवाई की जरूरत है.
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