- प्रशासन की बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान आग से जलकर मां-बेटी की मौत
- दुविधा में लोक गीत गायिका नेहा सिंह राठौर
- हां कहो तो फंसो ना कहने पर भी फंसो
कानपुर. बिहार के कैमूर जिले की रहने वाली नेहा सिंह राठौर का जन्म 1997 में हुआ था.यूपी चुनाव के दौरान नेहा का 'यूपी में का बा' काफी फेमस हुआ था.विधानसभा चुनाव में यूपी में का बा गाकर चर्चा में आई नेहा सिंह राठौर की शादी यूपी में हुई है. शादी के बाद एक बार नेहा सिंह चर्चा में आ गई हैं. लखनऊ से 21 जून को यूपी के अंबेडकर नगर के हिमांशू सिंह की पत्नी बनकर यूपी की बहू बन गईं हैं. "यूपी में का बा" फेम भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने एक बार फिर अपने गीत से सरकार को घेरा है.कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की मौत को लेकर यूपी सरकार से लेकर बाबा के बुलडोजर, रामराज और कानपुर देहात की डीएम की कार्यशैली को सवाल उठाए हैं.कलेक्टर को रंगबाज और ठुमकेबाज कहा है. लोक गीत गायिका नेहा सिंह राठौर ने अपने महज 1 मिनट 9 सेकेंड के गीत में सरकार को जमकर कोसा और उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. यह कोई पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी लगातार वह सरकार के खिलाफ अपने गीत के माध्यम से सरकार की कार्यशैली को कटघर में खड़ा करती आई हैं. कानपुर देहात के मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाने के दौरान आग लगने से मां-बेटी की जलकर मौत हो गई. अब इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो हो चुकी है. योगी सरकार पर विपक्ष के लोग हमलावर हैं तो वहीं कानपुर देहात पुलिस-प्रशासन के रवैये पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. एक तरफ जहां प्रशासन की बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान आग से जलकर मां-बेटी की मौत हो गई तो वहीं इसी बीच सोशल मीडिया पर कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन का डांस करने का वीडियो वायरल हो रहा है. मालूम हुआ है कि कुछ दिन पहले कानपुर देहात महोत्सव का आयोजन किया गया था. 13 फरवरी को महोत्सव का आखिरी दिन था. इस दिन डीएम नेहा जैन भी महोत्सव में शामिल होने पहुंची थीं. डीएम नेहा जैन स्टेज पर डांस भी करती दिखाई दे रही हैं. अभी इसी को लेकर उनकी जमकर किरकिरी हो रही है. लोग डीएम के रवैये पर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि 13 फरवरी को दिनदहाड़े जिले की पुलिस और एसडीएम एक पीड़ित परिवार के घर पर आग लगा देते हैं, जिसमें मां-बेटी की जलकर मौत हो जाती है, उसी दिन रात में डीएम साहिबा महोत्सव में डांस करने पहुंच जाती हैं. डीएम साहिबा को शर्म आनी चाहिए. इस को लेकर यूपी में का बा सीजन-2 लोकगायन से भाजपा सरकार को आईना दिखाने वाली लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को योगी की पुलिस ने नोटिस भेजा है.जिसे मंगलवार को नेहा ने रिसीव भी किया है.दरअसल, यूपी में का बा गीत के जरिए सोशल मीडिया पर धूम मचाने वाली नेहा सिंह राठौर ने भोजपुरी अंदाज में कानपुर देहात में हुए अग्निकांड पर गीत पेश किया है.यूपी में का बा सीजन 2 नाम से लांच किए इस गाने में उन्होंने डीएम से लेकर जिला प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं.साथ ही, योगी सरकार और बुलडोजर पर भी जमकर निशाना साधा है. बता दें कि वायरल वीडियो में नेहा गाती दिख रही हैं कि, बाबा के दरबार बा ढहत घर बार बा, माई बेटी का आग मा झोंकत यूपी सरकार बा….का बा, यूपी में का बा, बाबा के डीएम तो बड़ी रंगबाज बा, कानपुर देहात में ले आइल राम राज बा, बुलडोजर से रौंदत दीक्षित के घर वार बा, यही बुलडोजरवा पे बाबा के नाज बा, यूपी में का बा, यूपी में का बा….कलक्टर ठुमकेबाज बा, सटकल ओकर मिजाज बा, अधिकारी भइले बेलगाम मनमानी के रिवाज बा… इस नए गीत से योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है.
गौरतलब है कि यूपी विधान सभा चुनाव 2022 के दौरान नेहा सबसे ज्यादा चर्चा में आई थी. जब उन्होंने यूपी की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया था और अपना एक भोजपूरी गाने की वीडियो रिलीज किया था.जिसमें उन्होंने योगी सरकार और बेरोजगारी को लेकर सवाल खडे़ किए थे.बता दें कि 13 फरवरी को कानपुर देहात के मंडौली गांव में पुलिस और प्रशासन की अवैध अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत हो गई थी. पुलिस के द्वारा प्रेषित नोटिस को मंगलवार को नेहा ने रिसीव भी किया है.नोटिस में कहा गया है कि अगर जवाब संतोषजनक नहीं होने पर आईपीसी और सीआरपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज किए जा सकते है. मंगलवाल शाम को नेहा सिंह राठौर ने अपने ट्विटर अकांउट और यू-ट्यूब चैनल पर इस नोटिस को दिए जाने का वीडियो शेयर किया है. वीडियो में नेहा सिंह पुलिसकर्मियों से कहती हुई नजर आ रही हैं कि ''कौन इतना परेशान करवा रहा है आपको?''. सवाल का जवाब देते हुए पुलिसकर्मी कहते हैं कि आप परेशान कर रही हैं, हम कहां परेशान कर रहे हैं''. फिर कुछ चर्चा करने के बाद नेहा सिंह राठौर पुलिसकर्मी के दिए नोटिस की कॉपी मिलने का साइन कर देती हैं. नोटिस के अंत में लिखा है कि आपके इस गीत के कारण समाज में वैमनस्य तथा तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है. हां और ना में जवाब देना है.अतः आप के उक्त वीडियो पर आपके द्वारा स्थिति स्पष्ट किया जाना न्यायोचित है. अतः आप उक्त नोटिस की प्राप्ति से 3 दिवस के अंदर इसका स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें. यदि आपका जवाब संतोषजनक नहीं होता है, तो आप के विरुद्ध आईपीसी/सीआरपीसी की सुसंगत धाराओं में न्यायोचित आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. नोटिस के अंत में अकबरपुर कानपुर देहात के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला की मोहर लगी है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें