उदयपुर 24 मार्च 2020। शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे हजारों क्रांतिकारियों ने शोषण और गैर बराबरी के विरुद्ध संघर्ष करते हुए अपने आप को कुर्बान कर दिया और आज भी यह संघर्ष जारी है। ऐसे में नौजवानों को धैर्यपूर्वक व्यवस्था परिवर्तन के लिए लंबे संघर्ष की तैयारी करते हुए बुनियादी मुद्दो पर संघर्ष करते हुए आगे बढ़ने का संकल्प लेना होगा और यही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। ये विचार एडवोकेट अरुण व्यास ने शहादत दिवस समारोह समिति द्वारा सुखाडिया समाधि दुर्गा नर्सरी पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में व्यक्त किए। एडवोकेट व्यास ने साम्प्रदायिकता, जातिवाद और फासीवादी खतरे के विरुद्ध एकजुट संघर्ष की आवश्यकता बताई। सभा में जनतांत्रिक अधिकार सुरक्षा संगठन के समीर बैनर्जी ने सभी दलगत चुनावी पार्टियों को एक जैसा तथा सत्ता लोभी बताया। सभा में पत्रकार हिम्मत सेठ ने वर्तमान हालत का विश्लेषण करते हुए नेताओं व अफसरों के नकेल डालने और बेरोजगारी जैसी मूल समस्याओं के समाधान के लिए सडकों पर उतरकर संघर्ष करने की जरूरत बताई। सभा की अध्यक्षता करते हुए विजय चौधरी ने कहा कि जनता के लिए समर्पित होकर संघर्ष करने के लिए खुद को तैयार करना होगा। सभा में हरीश सुहालका, नरेंद्र बागडी, श्रीभारती ने भी विचार व्यक्त किये। देर शाम तक चली सभा का संचालन डी.एस.पालीवाल ने किया और धन्यवाद की रस्म समिति के अध्यक्ष युगल सिंह ने अदा की।
शनिवार, 25 मार्च 2023
उदयपुर : व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्ष शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि
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