बिहार : पिछले 10 सालों में सिंचित भूमि 11 प्रतिशत तक कम हो गई है : प्रशांत किशोर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 20 मार्च 2023

बिहार : पिछले 10 सालों में सिंचित भूमि 11 प्रतिशत तक कम हो गई है : प्रशांत किशोर

Reduce-faeming-land-bihar
जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के बनियापुर में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि जल प्रबंधन एक बड़ी समस्या है। बिहार में 50 प्रतिशत खेती योग्य भूमि बाढ़ प्रभावित है और उतनी ही भूमि सूखे से ग्रसित है। ये समस्या दिखाती है कि बिहार में जल प्रबंधन पूरी तरह विफल है। देश में बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां पिछले 10 सालों में 11 प्रतिशत सिंचित भूमि कम हो गई है। यानि 10 वर्ष पहले 100 एकड़ जमीन को नहरों, ट्यूबवेल के जरिए संचाई की सुविधा उपलब्ध थी, तो रख-रखाव के अभाव में घटकर ये 89 एकड़ रह गया है। इन सभी समस्याओं के बाद भी जो किसान खेती कर रहे हैं, उनको फसलों के दाम नहीं मिल रहे हैं। जल प्रबंधन की कुव्यवस्था की वजह से किसानों की हालत और खराब है।

कोई टिप्पणी नहीं: