- -मिशन परिवार विकास के तहत दंपत्तियों को मिलेगी परिवार नियोजन की जानकारी
- -कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिया निर्देश
प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को किया जाएगा जागरूक :
पखवारा को सफल बनाने के लिए जिले के सांसद, विधायक, पंचायती राज संस्था के सदस्य, शहरी स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य कर्मी एवं सिविल सोसायटी के सदस्य उक्त अवधि के दौरान विभिन्न गतिविधियों में डिजिटल प्लेटफॉर्म एवं मीडिया चैनलों का उपयोग करते हुए सहयोग करने की अपील की जाएगी आम जनों में जागरूकता लाने के उद्देश्य ई-रिक्शा (सारथी रथ) के माध्यम से राज्य स्वास्थ समिति बिहार के दिशा निर्देश एवं स्थानीय स्तर पर तैयार रूट चार्ट के अनुसार जिले के विभिन्न प्रखंडों में प्रचार प्रसार किया जाएगा।
स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने पर दिया जाएगा जोर :
मिशन परिवार विकास अभियान का आयोजन जिले के सभी अस्पताल एवं स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित किया जायेगा। अभियान विभिन्न चरणों में संपादित होगा। इससे पूर्व एक माल से 4 मार्च तक अभियान के संचालन के लिए एक कार्य योजना तैयार की जायेगी। इसके बाद दंपति संपर्क सप्ताह, परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा, परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जायेगा। अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अपनी अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य संबंधित विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में यह बैठक की जायेगी। प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन कर मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान इच्छुक तथा योग्य दंपतियों को परिवार कल्याण के अस्थाई एवं स्थाई उपाय अपनाने के लिए उत्प्रेरित किया जायेगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी एएनएम तथा आशा को पखवाड़ा संबंधित जानकारी दी जायेगी।
दंपत्तियों को मिलेगी परिवार नियोजन की जानकारी :
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक नवीन दास ने बताया गर्भनिरोधक सूई अंतरा सेवा की उपलब्धता अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ साथ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर सहित स्वास्थ्य उपकेंद्र तक के सभी स्वास्थ्य ईकाइयों पर होगा। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा का आयोजन करेंगे और आमजन में जागरूकता लाने के लिए प्रचार प्रसार के अंतर्गत सही उम्र में शादी, शादी के कम से कम दो साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर, प्रसव के पश्चात, गर्भपात पश्चात परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी उपाय, परिवार कल्याण ऑपरेशन में पुरुषों की भागीदारी पर जोर देंगे। साथ ही परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत उपलब्ध अस्थायी एवं स्थायी उपायों के बारे में भी आमजन को जागरूक किया जाएगा।
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