- कमला नदी पर जयनगर में बराज के निर्माण कार्य को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा कराएं
- जिला प्रशासन, मधुबनी द्वारा पश्चिमी कोसी नहर परियोजना और कमला बराज के कार्यों में सहयोग की सहमति प्रदान की गई
मधुबनी, 18 मार्च, बिहार सरकार के जल संसाधन सह सूचना एवं जन संपर्क मंत्री श्री संजय कुमार झा ने शनिवार को मधुबनी समाहरणालय के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिमहत्वाकांक्षी पश्चिमी कोसी नहर परियोजना और कमला नदी पर जयनगर में अत्याधुनिक बराज के निर्माण कार्य की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के अंतर्गत नहर प्रणाली में जहां-जहां भी गैप बचा है, उसका कार्य तेजी से पूरा कराएं। कार्य में तेजी लाने के लिए संवेदकों को आवश्यक निर्देश दें और इसमें लापरवाही बरतने वाले संवेदक को न केवल डी बार किया जाएगा, बल्कि उन्हें ब्लैक लिस्ट भी कर दिया जाएगा। इस कार्य में गैप स्थल पर किसी तरह का जनावरोध होने पर जिला प्रशासन से सहयोग प्राप्त करें। जल संसाधन मंत्री ने जयनगर स्थित कमला बराज के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की और इसे तय समय में पूरा कराने के लिए आवश्यकतानुसार मैन पावर बढ़ाने और किसी भी प्रकार की कठिनाई होने पर जिलाधिकारी से संपर्क स्थापित करने के निर्देश दिये। इस मौके पर जिलाधिकारी, मधुबनी द्वारा पश्चिमी कोसी नहर परियोजना और कमला बराज के कार्यों में जिला प्रशासन के स्तर से हर तरह से सहयोग की सहमति प्रदान की गई। श्री संजय कुमार झा ने कहा कि बाढ़ पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण करने के लिए कमला बराज योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार है। करीब 405 करोड़ रुपये की प्राक्कलित राशि से निर्मित होने वाली जनसरोकार से जुड़ी इस योजना से मिथिला के बड़े क्षेत्र में कमला नदी की बाढ़ से सुरक्षा के साथ-साथ सिंचाई सुविधा मिलेगी। उन्होंने बराज निर्माण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए समय पर पूरा कराने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान कमला बराज के कार्य की प्रगति की बिंदुवार समीक्षा की गई। इसमें मधुबनी जिला अंतर्गत जयनगर स्थित कमला वीयर के बराज में परिवर्तन कार्य हेतु भूअर्जन, विद्युत पोल स्थानांतरण, अतिक्रमण और मॉडल टेस्ट की अद्यतन स्थिति समेत सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की गई। पश्चिमी कोसी नहर परियोजना की समीक्षा के उपरांत मंत्री श्री संजय कुमार झा ने बताया कि इस अतिमहत्वाकांक्षी परियोजना का कार्य पूर्ण होने पर मधुबनी और दरभंगा जिले में कुल 2,65,265 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। इसमें 2 लाख 01 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचन क्षमता पूर्व में सृजित की गई थी, जिनमें से 1 लाख 41 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ह्रासित सिंचाई क्षमता को पुनर्स्थापित करने का कार्य चल रहा है। इसके अलावा 64 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन किया जा रहा है। परियोजना अंतर्गत लगभग 20-30 वर्ष पूर्व निर्मित नहरों में गाद सफाई के साथ-साथ क्षतिग्रस्त नहर बांधों व जीर्ण-शीर्ण संरचनाओं का पुनर्स्थापन कार्य तथा अधूरी नहर प्रणाली का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण परियोजना के पूर्ण होने से मधुबनी जिले के 19 प्रखंडों एवं दरभंगा जिले के 5 प्रखंडों के किसान लाभान्वित होंगे। बैठक के दौरान जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने जिले में बाढ़ पूर्व तैयारियों के संबंध में भी जानकारी दी। इस महत्वपूर्ण बैठक में जल संसाधन विभाग के इंजीनियर इन चीफ, (सिंचाई सृजन) श्री ईश्वर चंद्र ठाकुर, जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी और सिंचाई प्रक्षेत्र के संबंधित कार्यपालक अभियंता मौजूद थे।
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