- पीएम मोदी ने देश के पहले रोप-वे सहित 1,780 करोड़ रुपये की लागत वाली 28 विकास परियोजनाओं का काशीवासियों को सौगात दिया
- काशी में 644 करोड़ की लागत से बनने वाला देश का पहला रोप-वे होगा, पिछले आठ नौ वर्षों में आप गंगा के बदले हुए घाटों के साक्षी बने
उन्होंने कहा, एक समय था जब गंगा जी में इसके (पुरातन और आधुनिकता के संगम) बारे में सोचना भी असंभव था, लेकिन बनारस के लोगों ने यह भी करके दिखाया और आपके इन्हीं प्रयासों से एक वर्ष के भीतर सात करोड़ से अधिक पर्यटक काशी आए और आप मुझे बताइए ये जो सात करोड़ यहां आ रहे वह बनारस में ही तो ठहर रहे, कभी पूड़ी कचौड़ी खा रहे, कभी जलेबी, लौंग लत्ता का आनंद ले रहे, कभी लस्सी, कभी ठंडई का मजा लिया जा रहा. प्रधानमंत्री ने कहा, पिछले आठ नौ वर्षों में आप गंगा के बदले हुए घाटों के साक्षी बने हैं; अब गंगा के दोनों तरफ पर्यावरण से जुड़ा बड़ा अभियान शुरू होने वाला है. सरकार का प्रयास है कि गंगा के दोनों तरफ पांच किलोमीटर के हिस्से में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए. परियोजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के लिए बनारस और पूर्वांचल के लोगों को बहुत बहुत बधाई. पीएम मोदी ने कहा, ‘काशी के विकास की चर्चा पूरे देश और दुनिया में हो रही है, जो भी काशी आ रहा है, वह यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा है. नौ वर्ष पहले लोगों को आशंका थी, बनारस में बदलाव नहीं हो पाएगा, काशी में कुछ नहीं हो पाएगा, लेकिन काशी के लोगों ने अपनी मेहनत से हर आशंका को गलत साबित कर दिया. मुझे देश-विदेश में मिलने वाले लोग बताते हैं कि वो किस तरह विश्वनाथ धाम के पुनर्निर्माण से मंत्रमुग्ध हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले बैंकों में खाता खोलने में भी पसीने छूट जाते थे। बैंकों से ऋण लेना तो गरीब परिवार सोच भी नहीं सकता था। आज गरीब से गरीब परिवार के पास भी जनधन बैंक खाता है। उसके हक का पैसा सरकारी मदद आज सीधे बैंक खाते में आती है। छोटा किसान, छोटा व्यवसायी हो, बहनों के स्वयं सहायता समूह हों मुद्रा योजना से ऋण मिलते हैं। पशुपालकों तक को किसान क्रेडिट से जोडा है। रेहडी वालों तक को ऋण मिलना शुरू हुआ है। अबकी बजट में पीएम विश्वकर्मा योजना भी लाए हैं। प्रयास है अमृत काल में कोई भी पीछे न छूटे।
पीएम मोदी ने कहा कि विकास का जो रास्ता हमने चुना है, उसमें सुविधा भी है और संवेदना भी है। इस क्षेत्र में एक चुनौती पीने के पानी की भी रही है। आज यहां पीने के पानी से जुड़ी अनेक परियोजनाओं का लोकापर्ण हुआ है और नई परियोजनाओं पर काम भी शुरू हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि गंगा के दोनों तरफ पांच किमी के हिस्से में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए इस वर्ष के बजट में भी ऐलान किए गए हैं। काशी में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जो काम हो रहे हैं, उनसे भी सुविधाएं बढ़ेंगी और आने-आने के साधन बेहतर हो जाएंगे। काशी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ही फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण किया जा रहा है। बनारस की एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में भी बड़ा काम हुआ है। बाबतपुर हवाई अड्डे पर नए एटीसी टावर का लोकार्पण हुआ है। रोड हो, पुल हो, रेल हो, एयरपोर्ट हो, कनेक्टिविटी के तमाम नए साधनों ने काशी आना-जाना बहुत आसान कर दिया है, लेकिन अब हमें एक कदम और आगे बढ़ना है। मंच पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल, राज्यमंत्री डॉ. दया शंकर मिश्र दयालु, विधायक नीलकण्ठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ अवधेश सिंह, टीराम, डॉ सुनील पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या मौजूद रहे।
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