- जन सुराज पदयात्रा: 152वां दिन, जिले में 25 दिन की पदयात्रा के बाद आज शाम सिवान शहर के राजेंद्र स्टेडियम पहुंचे प्रशांत किशोर
बिहार में जो किसान खेती कर रहे हैं वो बस खाने भर के लिए है, कमाने वाली नहीं इसलिए बिहार के किसान अन्य राज्यों से गरीब हैं
जन सुराज पदयात्रा के दौरान आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आज बिहार में जो किसान खेती कर रहे हैं उसमें 100 में 40 आदमी के पास डेढ़ बीघा से कम जमीन है। आज बिहार में जो किसान खेती कर रहे हैं वो कमाने वाली खेती नहीं है वो बस पेट भरने वाली खेती है। आज बिहार में किसान उतना ही अनाज उपजा रहे हैं, जिससे उनके बच्चों का पेट भर जाए। आप अपने अनाज को बेच कर आमदनी नहीं कमा सकते हैं। दूसरे राज्यों में किसान खेती करके आमदनी कमाते हैं मगर बिहार में किसानों के बारे में न किसान सोच रहे हैं न बिहार के नेता। आज बिहार में प्रति व्यक्ति आय है 35 हजार रुपये तो सोचिए आपके पास ना शिक्षा है ना रोजी रोजगार है तो आपकी और बिहार की तरक्की कैसे होगी।
इस बार वोट नाली-गली के लिए नहीं पड़ेगा, वोट उस नेता को मिलेगा जो शिक्षा, रोजगार और किसान को लाभ पहुंचाने के लिए काम करेंगे
जन सुराज पदयात्रा के दौरान मड़कन गांव में आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता को समझना होगा कि घर में बैठ कर समस्याओं का समाधान नहीं होगा, इसके लिए आपको हमको मेहनत करनी होगी यह समझने के लिए की समस्या क्या है, और इसका समाधान कैसे होगा। इस बार के चुनाव में आपको तय करना होगा कि इस बार आप वोट भारत-पाकिस्तान, नाली-गली के लिए नहीं पड़ेगा, वोट उस नेता को मिलेगा जो शिक्षा, रोजगार और किसान को लाभ पहुंचाने के लिए काम करेंगे। वोट उनको पड़ेगा जो आपके बच्चों के भविष्य के लिए काम करेंगे। अगर आप इन मुद्दों पर वोट करेंगे तो यकीन मान कर चलिए कि बिहार को तरक्की करने से कोई नहीं रोक सकता।
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