देश के कई हिस्सों में इन दिनों तेज आंधी, तूफान और बिजली गिरने से जान माल की भारी क्षति हो रही है. ऐसे में अब लोगों को बिजली गिरने की सूचना 45 मिनट समय से पहले ही मिल जाएगी. जिससे जान-माल का नुकसान कम किया जा सकता है. यह जरूरी है कि जब कभी आकाश में गरज व चमक की स्थिति बने तो सुरक्षित जगहों पर रहना ही एक बेहतर उपाय होता है.मौसम विभाग ने एक ऐसा एप लोगों को समर्पित किया है, जिससे एक क्लिक में वज्रपात की जानकारी मिल जाएगी.मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि ठनका गिरने से जन-धन की बहुत हानि होती है. इसलिए ‘इंद्रवज्र’ एप बनाया गया है.इस एप को चालू करने से लंबी दूरी के दायरे में यदि ठनका गिरने की संभावना रहती है, उसकी सूचना उसमें दिखाता है.यह आम आदमी के लिए बहुत ही उपयोगी है.इस एप को लोग अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते है. फिल्ड में काम करने वालों व अन्य लोगों को यह काफी मददगार साबित होगा.अगर कोई कार से कहीं जा रहे हैं और बिजली कड़कने लगे तो कार के अंदर ही दरवाजे बंद करके बैठे रहें, क्योंकि बिजली कार पर गिरेगी तो उसकी ऊपरी सतह से होते हुए सीधे जमीन में चली जाएगी, कार के अंदर नहीं जाएगी. इस तरह की जानकारी को प्रचारित व प्रसारित किया जा रहा है.यह बताया जा रहा है कि कोशिश करें कि मेटल के नल से भी दूर रहें. इस समय अगर आप पुल, नदी, झील में हों तो तुरंत बाहर निकलकर घर में आ जाएं या आने का मौका न हो तो निकलकर किसी जगह बैठ जाएं. जंगल में हों तो छोटी झाड़ियों के पास आ जाएं अथवा बड़े वृक्ष हों तो उससे थोड़ी दूर जाकर बैठ जाएं. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी डॉ. उदयकांत मिश्रा माने जाते हैं.वे आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य थे.जिन्हें अब डॉ. उदयकांत मिश्रा को उपाध्यक्ष की कुर्सी दी गई है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री होते हैं.उनके अलावे आपदा प्रबंधन विभाग का सचिव संजय कुमार अग्रवाल कारितास इंडिया और बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी के स्टॉल पर आकर इंद्रवज्र देखा और प्रयास का गुनगान किये.दोनों अधिकारी टीम के साथ तड़ित रोधक का दौरा किया था.काफी संख्या में दिलचस्पी से बच्चों ने पेंटिंग इवेंट में भाग लिया.Stall No.15 है बिहार राज्य आपदा प्रबंधन गेट 5 के पास है.
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