- धर्मांतरण पर कानून बनाने की उठाई मांग
- दोषी की सम्पत्ति जब्त कर पीड़ित को दिया जाय मुआवजा
फतेहपुर। धर्मांतरण करने वालों के विरुद्ध वृहद स्तर पर अभियान चलाया जायेगा और उनकी घर वापसी सुनिश्चित कराई जाएगी। धर्मांतरण के दोषियों की सम्पत्ति जब्त कर पीड़ितों को प्रशासन मुआवजा दिलाये। उक्त बातें महंत विजय शर्मा उर्फ स्वामी गणेशदास जी महाराज ने थाना सुल्तालनपुर घोष अंतर्गत इजूरा बुजुर्ग निवासी धर्मांतरण का शिकार बनी युवती को लेकर प्रेस वार्ता करते हुए कही। साथ ही न्याय दिलाने तक खामोश न बैठने की बात कही है। बुधवार को कचेहरी रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए महंत गणेशदास जी महाराज ने बताया कि सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र की रहने वाली हिन्दू युवती से खखरेरू निवासी राशिद खान द्वारा सोशल मीडिया के ज़रिए जान पहचान बनाई। जिसके बाद युवती को अपने घर बुलाकर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। युवती के साथ लगातार दुष्कर्म किया गया व उसका धर्मांतरण कर शादी करवाई गई। लगातार पैसों की मांग की जाती रही न देने पर युवक व उसके परिजनों द्वारा युवती को जान माल की धमकी दी जा रही है। बताया कि जब तक सनातनी बेटी को न्याय नहीं मिल जाता वह चुप बैठने वाले नहीं हैं। युवती ने बताया कि युवक ने दुष्कर्म के दौरान उसका अश्लील वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर दो वर्ष तक दुष्कर्म करता रहा। तीन माह की गभर्वती होने के दौरान युवक पर शादी का दबाव बनाया तो युवक व उसके परिजनों ने चार लाख रुपये की मांग व धर्मांतरण करवा दिया। पैसे देने के बाद लगातार उससे और पैसे देने की मांग और लगातार जान माल की धमकियां भी दी जाती रहीं। युवती ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि धर्मांतरण के बाद गुजरात में राशिद के साथ उसका निकाह करवा दिया गया। इस दौरान गभर्वती होने पर उसका गभर्पात करवा दिया गया। पीड़िता ने बताया कि घटना की शिकायत थाने में करने पर उसे एक जगह से दूसरी जगह टरकाया जा रहा है। वहीं धर्मांतरित युवती को न्याय दिलाने के लिये महंत गणेशदास जी महाराज ने कहा कि प्रदेश में महंत मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें कारर्वाई पर भरोसा है। धर्मांतरित युवती को न्याय दिलाने की प्रशासन पहल करे अन्यथा 20 मार्च से वह धरना देने को बाध्य हो जायेंगे। महंत स्वामी गणेशदास जी महाराज ने कहा कि जनपद में बड़े पैमाने पर ईसाई मिशनरियों द्वारा धमार्न्तरण का कार्य कराया गया है। उन्होंने धर्मांतरण पर 1950 के दशक तक जिसका जो धर्म था उसे पालन करने का कानून बनाने की मांग किया साथ ही कहा कि पीड़ित युवती को न्याय दिलाने के लिये वह हर तरह का संघर्ष करेंगे और 20 मार्च को नहर कालोनी में धरना देकर जिले में धर्मांतरण की घटनाओं के दोषियों की गिरफ्तारी के लिये धरना प्रदशर्न करेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने मांग की है कि धर्मांतरण कराने वालों को फांसी दी जानी चाहिए साथ ही मांग किया कि ऐसे मामलों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनने चाहिए तथा धर्मांतरण कराने वाली संस्थाओं/व्यक्तियों की संपत्ति कुर्क कर पीड़ितों को दस लाख रुपए मुवावजा देना चाहिए ताकि लोग स्थापित हो सकें एवं सभी की घर वापसी होनी चाहिए।
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