दरभंगा, आज दिनांक 4 मार्च 2023 को एमएलएसएम कॉलेज, दरभंगा मे राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन प्राचीन समय में भारत का विश्व के अन्य देशों से संपर्क विषय पर आयोजित सेमिनार की अध्यक्षता प्रोफेसर अनिल कुमार चौधरी के द्वारा की गई। उन्होंने कहा सिन्धु घाटी सभ्यता से ही व्यापार के अनेक प्रमाण मिले हैं जो उस समय की संस्कृति की गतिशीलता और परस्पर प्रभाव को दर्शाते हैं। जैसे-जैसे समय और समाज की प्रगति हुई, विदेशी आक्रमणों के ऐसे उदाहरण सामने आए जिन्होंने भारतीय प्राचीन इतिहास के सांस्कृतिक पाठ्यक्रम को बदल दिया। आज कुल 23 प्रतिभागियों ने अपना आलेख प्रस्तुत किया जिसमें आदित्य कुमार, कौशल जय, डॉक्टर बबली ज्योति, डॉक्टर संजय कुमार झा,डॉ अब्दुल बसर, डॉक्टर कुमुद कुमारी ज्योत्सना कुमारी, आशीष कुमार ठाकुर, संजय कुमार सहनी, डॉ संजू यादव, डॉ प्रमोद गांधी, प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह, डॉक्टर पूजा यादव, अवनीश भारती, डॉक्टर बेबी कुमारी, डॉक्टर मोहम्मद जमील हसन अंसारी, डॉक्टर मोहम्मद अशरफ हुसैन, डॉक्टर मीना कुमारी डॉक्टर सत्य प्रकाश झा, डॉक्टर उमेश कुमार झा, डॉ राम कुमार मिश्रा, डॉक्टर रती कांत झा, डॉक्टर बीना कुमारी, डॉ निर्मल कुमार झा, डॉ भास्कर नाथ ठाकुर, डॉक्टर सत्रोहन मिश्र, किरण कुमारी, आनंद मोहन झा, आदि। इस मौके पर डॉ आनंद मोहन झा, राहुल कुमार, रंजन कुमार झा, अजय कुमार झा, रंजन कुमार, प्रभाकर कुमार झा रानी मिश्रा आदि उपस्थित थे एवं सेमिनार को सफल बनाने में इतिहास, प्राचीन भारतीय इतिहास तथा आइक्यूएसी विभाग के सभी शिक्षक सभी शिक्षकेत्तर कर्मचारी तथा कॉलेज के सभी गणमान्य शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी ने अपनी अहम भूमिका निभाई। मंच संचालन डॉक्टर भास्कर नाथ ठाकुर, विभागाध्यक्ष प्राचीन इतिहास विभाग ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ राम कुमार मिश्रा इतिहास विभाग ने किया।
शनिवार, 4 मार्च 2023
दरभंगा : एमएलएसएम कॉलेज में राष्ट्रीय सेमिनार
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