- महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा ) के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड्स 2023 से सुषमा सेठ को सम्मानित किया जायेगा।
- META 2023 की ज्यूरी में नीलम मानसिंह, मोहन अगाशे, शेर्नाज़ पटेल, अमल अल्लाना ब्रूस गुथ्रे, अरुंधति नाथ और सुनीत टंडन शामिल हैं
- META फेस्टिवल में नॉमिनेटेड नाटकों का मंचन दिल्ली में 23-28 मार्च 2023 में किया जायेगा|
नई दिल्ली -महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा) और फेस्टिवल 2023 ने आज मेटा 2023 लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा की| ये अवार्ड भारतीय रंगमंच, फिल्म और टीवी की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री सुषमा सेठ को दिया जायेगा| सुषमा सेठ को 29 मार्च 2023 को कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित अवार्ड सेरेमनी में सम्मानित किया जायेगा| टीमवर्क आर्ट्स और महिंद्रा ग्रुप ने इंडिया हैबिटैट सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस वर्ष की प्रतिष्ठित ज्यूरी से भी परिचय कराया| इस साल ज्यूरी में शामिल होने वाले सदस्य हैं थिएटर डायरेक्टर नीलम मानसिंह चौधरी, संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित अभिनेता मोहन अगाशे, पुरस्कृत थिएटर कलाकार और अभिनेत्री शेर्नाज़ पटेल, इंडियन थिएटर डायरेक्टर अमल अल्लाना,पुरस्कृत थिएटर डायरेक्टर ब्रूस गुथ्रे, भारतीय थियेटर एवं फिल्म अभिनेत्री अरुंधति नाथ और डाइरेक्टर इंडिया हेबिटेट सेंटर सुनीत टंडन | एक सप्ताह तक चलने वाले महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा ) और फेस्टिवल का आयोजन 23 से 29 मार्च, 2023 को नई दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम और श्री राम सेंटर में होगा, जहाँ प्रतिष्ठित ज्यूरी सदस्यों और थिएटर प्रेमियों के सम्मुख दस-नॉमिनेटेड नाटकों का मंचन किया जायेगा| हमेशा की तरह, इस साल भी, फेस्टिवल में विविधता को ध्यान में रखते हुए देशभर के नाटकों को शामिल किया गया है| इस साल, META ने 400 आवेदनों में से असमी, अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, मारवाड़ी और तमिल भाषी नाटकों का चयन किया है| इस साल लाइफटाइम अवार्ड से सम्मानित अभिनेत्री, सुषमा सेठ ने 1950 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की, और वो दिल्ली के थिएटर ग्रुप यात्रिक की संस्थापक सदस्य भी रहीं| उनकी पहली फिल्म, जुनून 1978 में रिलीज हुई थी| उन्हें पहचान मिली 1980 के दशक में प्रसारित होने वाले लोकप्रिय सीरियल हम लोग से| उसमें निभाए दादी के रोल को लोग आज भी याद करते हैं| इससे पूर्व में, META लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भारतीय थिएटर की कई प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया गया है, जिनमें शामिल हैं: स्वर्गीय बादल सिरकार (2010), स्वर्गीय ज़ोहरा सहगल (2011), स्वर्गीय खालिद चौधरी (2012), स्वर्गीय इ अल्काज़ी (2013), स्वर्गीय गिरीश कर्नाड (2014), स्वर्गीय हेस्नाम कन्हाई लाल (2015), रतन थियम (2016), स्वर्गीय अरुण काकडे (2017), विजय मेहता (2018), महेश एलकुंचवार (2019) और बैरी जॉन (2020)|
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के वाईस प्रेसिडेंट, हेड-कल्चरल आउटरीच, जय शाह ने कहा, “रंगमंच की वरिष्ठ अदाकारा सुषमा सेठ को मेटा 2023 का लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान करते हुए हम रोमांचित हैं। सुषमा जी रंगमंच की जटिलताओं, बारीकियों, क्राफ्ट और शैली से परिचित हैं l रंगमंच की अपनी असीम क्षमताएं हैं और उसका साथ देना हमारे लिए गर्व की बात है।” टीमवर्क्स आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर, संजॉय के. रॉय ने कहा, “मेटा के 18वें संस्करण में लगभग सभी महत्वपूर्ण मसलों को शामिल किया गया है, जैसे जातीय राजनीति, कला, पुराण, विस्थापन, पहचान और ट्रांसजेंडर की अवधारणा| रंगमंच हमेशा से सामाजिक जागरूकता का बेहतरीन साधन रहा है, और मेटा की खासियत है नाट्यकला के सभी पहलुओं की श्रेष्ठता|” मेटा 2023 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड साईट 14 श्रेणियों में अवार्ड प्रदान किया जायेगा| 13 प्रतिस्पर्धात्मक श्रेणियां हैं: बेस्ट प्ले, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट स्टेज डिज़ाइन, बेस्ट लाइट डिज़ाइन, बेस्ट इनोवेटिव साउंड डिज़ाइन, बेस्ट कॉस्टयूम डिज़ाइन, बेस्ट एक्टर (मेल), बेस्ट एक्टर (फीमेल), बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर (मेल), बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर (फीमेल), बेस्ट ओरिजिनल स्क्रिप्ट, बेस्ट एन्सेम्बल और बेस्ट कोरियोग्राफी| थिएटर फेस्टिवल के समानांतर ही, लर्निंग@मेटा में थिएटर से जुड़ी कई वर्कशॉप होंगी, जिनमें थिएटर जगत की हस्तियाँ आकर कई महत्वपूर्ण चीजें सिखाएंगी| इसका मकसद थिएटर के प्रति आम लोगों की रुचि बढ़ाना और इसके भिन्न रूपों और तकनीक के प्रति जागरूकता बढ़ाना है| इस साल की वर्कशॉप में सीनोग्रफी, आंदोलनों और अभिव्यक्ति की कला, रंगमंच की रचना, रंगमंच की आलोचना और लाइट व साउंड डिजाइन पर आधारित होगी| ये वर्कशॉप ऑनलाइन होगी|
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