राजवीर शर्मा ने आगे कहा कि इस पुस्तक के इंग्लिश वर्ज़न ‘इंडियाज़ वैक्सीन ग्रोथ स्टोरी’ का विमोचन भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कर चुकी हैं। मैं स्वयं इस पुस्तक को 10 बार पढ़ चुका हूंl इस पुस्तक का हिंदी अनुवाद और विमोचन मेरे लिए एक विशेष अवसर रहा, यादव जी के आमंत्रण पर आकर मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ। राजवीर शर्मा ने आगे बताया कि डॉ. सज्जन सिंह यादव द्वारा लिखित इस पुस्तक को उन्होंने अभिनेता दर्शन कुमार को भी भेंट किया है और भविष्य में राजवीर शर्मा इस पुस्तक से प्रेरित होकर इस पर वेब सीरीज और फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे है। वह कहते हैं "यह पुस्तक अपने आप में ज्ञान का भंडार है जोकि बहुत रिसर्च के बाद लिखी गई है, इस पुस्तक में कुछ ऐसी विशेष बातें हैं जो भारतीय होने के नाते हमें गर्व महसूस कराती हैं। भारत में किस प्रकार वैक्सीन की ग्रोथ हुई किस प्रकार भारत अकेले ही अनेक बीमारियों को हराकर आज दवा और वैक्सीन के क्षेत्र में एक महान और अग्रणी राष्ट्र बन गया है इसकी पूरी जानकारी आपको इस पुस्तक में मिल जाएगी, यह पुस्तक हमें हमारे इतिहास से लेकर भविष्य की ओर एक महान यात्रा पर ले जाती है।" राजवीर शर्मा ने कहा कि पुस्तक विमोचन के अवसर पर मौजूद विशेष अतिथियों द्वारा कई बातों को सार्वजनिक किया गया जिससे मैं बहुत ज्यादा प्रेरित हुआ कि इस विषय पर जल्दी से जल्दी कोई वेब सीरीज या फिल्म का निर्माण करूंगा, जिसकी चर्चा डॉ. सज्जन सिंह यादव से भी की गई हैl डॉ सज्जन सिंह यादव हमारे लिए प्रेरणा का स्त्रोत है ऐसे व्यक्ति ही अपने ज्ञान और अनुभव से राष्ट्र को महान बनाते हैंl
हाल ही में नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में भारत सरकार के एडिशनल सेक्रेटरी (वित्त मंत्रालय) डॉ. सज्जन सिंह यादव द्वारा लिखित पुस्तक ‘भारत की वैक्सीन विकास-गाथा’ का विमोचन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथियों में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और विशिष्ट अतिथियों में भारत सरकार के कई अधिकारी एवं फिल्म अभिनेता राजवीर शर्मा भी उपस्थित रहे। अभिनेता राजवीर शर्मा ने बताया कि डॉ. सज्जन सिंह यादव उनके बड़े भाई के समान हैं और वह भारत के उन महान व्यक्तियों में से हैं जिनकी नीतियों से कोरोना काल में भारत सरकार ने अनेक उपलब्धियां हासिल कीं। उनकी पुस्तक ‘भारत की वैक्सीन विकास-गाथा’ भारत के दशकों के वैक्सीन विकास को दर्शाती है। इस विषय पर बहुत गंभीरता और गहराई से रिसर्च करके किताब लिखी गई है। यह पुस्तक डॉ. सज्जन सिंह यादव की लेखन कुशलता एवं ज्ञान को दर्शाती है।
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