- जन सुराज पदयात्रा: 181वां दिन, बोले - राजद के घर में घुसकर लूटपाट और हत्या वाले जंगलराज से परेशान होकर लोग मजबूरी में BJP को वोट देने के लिए विवश हैं
राजद के घर में घुसकर लूटपाट और हत्या वाले जंगलराज से परेशान होकर लोग मजबूरी में BJP को वोट देने के लिए विवश हैं
जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोग वोट के दिन मुख्य रूप से चार मुद्दे पर ही वोट करते हैं। पहला जाति के नाम पर। जो इससे बच जाता है, वो हिन्दू- मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान के नाम पर वोट करता है। वो कहते हैं कि सब हिन्दू एक हो जाओ, मुसलमानों को और पाकिस्तान को सबक सिखाना है। जबकि घर में पढ़ लिखा लड़का बेरोजगार बैठा है, उसको भूल गए हैं। लेकिन वोट के दिन केवल पाकिस्तान याद रहता है और हिन्दू बनकर वोट करते हैं। जो लोग इन दोनों से बच जाता है वो कहते हैं कि कितनी भी बुरी स्थिति क्यों हो लेकिन अपराध वाला जंगलराज नहीं चाहिए। क्योंकि लालू जी के जंगलराज में 4 बजे शाम के बाद कोई लूटपाट न कर ले इस डर से लोग घर के अंदर चले जाते थे। घर में घुस कर अपराधी गोली मार कर, अपहरण कर चले जाते थे। जंगलराज के डर से लोग लालू यादव के RJD को वोट न देकर मजबूरी में BJP को वोट दे रहे हैं। चौथी श्रेणी अल्पसंख्यकों कि है, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का कहना है कि जिंदा रहे या ना रहे भाजपा को तो वोट नहीं कर सकते हैं।
बिहार में पिछले 30 सालों के दौरान 1200 परिवारों के लोग ही सांसद और विधायक रहे हैं, बिहार पर परिवारों का शासन चल रहा है
जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के अमनौर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में दल कैसे बनता है, ये तो आपको पता है। जो दल बनाता है वो उस दल का नेता हो जाता है और उसके बाद उसका बेटा उस दल का नेता बन जाता है। बिहार में पिछले 30 वर्षों से केवल 1200 परिवार के लोग ही सांसद और विधायक बन रहे हैं। दल चाहे कोई भी हो लेकिन नेता इन 1200 परिवारों से ही रहते हैं। अगर विकल्प बनाना है तो जनता को मिलकर बनाना होगा, पदयात्रा के दौरान जो सही लोग मिलेंगे, जिन्हें लगेगा कि बिहार के सुधार के लिए कुछ किया जा सकता है, वैसे सभी लोग पदयात्रा के बाद एक साथ बैठेंगे और सब मिलकर तय करेंगे कि दल बनाना है या नहीं। यदि दल बनता है तो वो दल प्रशांत किशोर का नहीं होगा, वो दल होगा उन सभी लोगों का जो इस प्रक्रिया में शामिल होंगे। इस यात्रा का नाम है जन सुराज यानी जनता का सुंदर राज, हमने सब का राज देख लिया है, लेकिन इस बार जनता का राज बनाना है।
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