- माले पुलिस की भ्रष्ट, नाकारात्मक रवैया के खिलाफ तेज होगा आंदोलन- उमेश कुमार
समस्तीपुर, 1 अप्रैल, ततमा समुदाय की बेटी स्वाति की रेप-हत्याकांड को दबाने की जांच कर आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने, घटना को दबाने की कोशिश में लगे, शराब माफियाओं एवं गुंडों से सांठगांठ के आरोपी उजियारपुर के थानाध्यक्ष को बर्खास्त करने, माले के पूसा प्रखण्ड सचिव अमित कुमार को धमकी देने के आरोपी को गिरफ्तार करने आदि मांगों को लेकर समस्तीपुर एसपी के समक्ष 27 मार्च से 8 कार्यकर्ताओं द्वारा आमरण अनशन शुरू है. इस दौरान सदर एसडीएम, सदर डीएसपी से वार्ता हुई लेकिन कारबाई करने में कोताही बरतने पर वार्ता विफल हो गई. शुक्रवार को एसपी से भी वार्ता हुई लेकिन उजियारपुर थानाध्यक्ष पर कारबाई को लेकर एसपी से भी वार्ता विफल हो गई. एसपी के बारे में बेहतर चर्चा है लेकिन थानाध्यक्षों की मनमानी, भ्रष्ट, तानाशाही रवैया जारी है. कहीं पीड़ित का एफआईआर नहीं लिया जा रहा है तो कहीं दबाब में एफआईआर लिया जाता है तो दबंगों की ओर से भी काउंटर एफआईआर कर दिया जाता है. यहाँ तक की सनहा लेने में भी आनाकानी किया जाता है. शराब माफियाओं, भू माफियाओं, अपराधियों को खुल्लमखुल्ला संरक्षण दिया जाता है. वहीं सच बोलने, सच लिखने, आंदोलन करने वाले को परेशान किया जा रहा है. अनशनकारियों की स्थिति काफी खराब है. सभी अनशनकारियों को सलाईन चढ़ाया जा रहा है. लेकिन जिला प्रशासन अनदेखी कर रही है. इसके खिलाफ भाकपा माले जिला स्थाई समिति ने शहर के मालगोदाम चौक पर जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार की अध्यक्षता एवं माले पोलिट ब्यूरो सदस्य का० धीरेन्द्र झा के पर्यवेक्षण में शनिवार को शहर के मालगोदाम चौक स्थित जिला कार्यालय में बैठक कर लगातार अनशन को जारी रखते हुए अनशन के समर्थन में 3 अप्रैल की संध्या अनशन स्थल से मशाल जुलूस निकालने एवं 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से हजारों लोगों की भीड़ ईकट्ठा करते हुए समस्तीपुर बंद आंदोलन करने की घोषणा की गई. बैठक में बंदना सिंह, अमित कुमार, महावीर पोद्दार, ललन कुमार, फूल बाबू सिंह, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, जीबछ पासवान आदि उपस्थित होकर अपने- अपने विचार व्यक्त किये.
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