गुमला .केरल में ब्रदर सिरिल कुरियाकोस चेट्टियथ का जन्म 12 अक्टूबर,1941 में हुआ था.उन्होंने सेंट गेब्रियल के मोंटफोर्ट ब्रदर्स के रांची प्रोविंस में प्रवेश किया.उनका प्रथम मन्नत 1960 और द्वितीय मन्नत 1966 में संपन्न हुआ.राजधानी पटना में स्थित कुर्जी में लोयोला हाई स्कूल के वर्ष 1975 और 1984 में प्राचार्य बने.दो बार प्राचार्य बनने के बाद लोयोला हाई स्कूल के परिसर में संचालित संध्या कालीन विद्यालय के प्रभारी पद पर कार्यरत थे.इस बीच पूर्व प्राचार्य ब्रदर सिरिल चेट्टियथ बीमार पड़े.उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया मगर उनको बचाया नहीं जा सका.वे 81 साल के थे. लोयोला मांटेसरी स्कूल के प्राचार्य ब्रदर माइक ने कहा कि ब्रदर सिरिल ने बिहार, झारखंड, उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल में महत्वपूर्ण कार्य करके प्रदेश, गांव और समाज के विकास के लिए जब-जब आवश्यकता हुई है, शिक्षकों ने अपने ज्ञान की रोशनी से इलाके को रोशन किया है. अशिक्षा के खिलाफ शिक्षा के दीप जलाएं हैं और विषमता, भेदभाव व समाज की कुरीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया है. लोगों में नई उम्मीद जागृत किया है. उन्होंने कहा कि ब्रदर सिरिल बीमार पड़े.मामूली निमोरिया के कारण सांस लेने में दिक्कत होने पर कुर्जी होली फैमिली अस्पताल में भर्ती किए गये.यहां पर सांस लेने में तकलीफ होने के कारण भर्ती कराया गया था कुछ दिन इनक्यूबेटेड में रहे.हालात में सुधार हो जाने के बाद इनक्यूबेटेड हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि उसके बाद ब्रदर सिरिल को पारस अस्पताल में भर्ती थे.यहां पर अचानक पेसमेकर फेल हो गया.फिर जोरदार दिल का दौरा पड़ा. अस्थाई पेसमेकर लगाने का प्रयास किया गया.चूंकि शारीरिक स्थिति नाजुक बन गयी थी.ऐसी स्थिति में ब्रदर सिरिल चेट्टियथ के छोटे भाई बाबू चेट्टियथ पटना आ गए.ब्रदर 28 मार्च दोपहर से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. 30 मार्च को ब्रदर सिरिल की हालत खराब होती चली गयी. उनकी किडनी फेल हो गई और दौरे पड़ने की गतिविधियां भी बढ़ गई.बीमारी के चक्रब्यूह में पड़कर शुक्रवार को प्रभु के प्यारे हो गए.वे लोयोला हाई स्कूल के ब्रदर सिरिल चेट्टियथ सुबह 5ः40 बजे दम तोड़ा. शनिवार को कुर्जी होली फैमिली अस्पताल के शीतगृह से ब्रदर के पार्थिव शरीर को लाकर लोयोला हाई स्कूल के प्रशासनिक होल में रखा गया.जहां भारी संख्या में ब्रदर के शुभचिंतक आकर श्रद्धांजलि अर्पित किए.इस अवसर पर पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष सेबास्टियन कल्लूपुरा ने प्रार्थना सभा की अगुवाई की.ब्रदर सिरिल को श्रद्धांजलि देने बक्सर के बिशप जेम्स शेखर भी आए.यहां पर ब्रदर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया. इसके बाद विशेष गाड़ी से ब्रदर सिरिल का पार्थिव शरीर को झारखंड रवाना किया गया.आज रविवार को अंतिम संस्कार के तहत पवित्र मिस्सा अर्पित किया गया. इसके बाद ईसाई धर्म रीति के अनुसार कब्र में दफन कर दिया गया.गुमला जिले के नवाटोली में 02ः00 बजे से अंतिम संस्कार शुरू हुआ. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लोयोला हाई स्कूल के पूर्व प्राचार्य ब्रदर सिरिल हमारे प्राचार्य थे.उनके निधन पर अपार दुख हो रहा है.एक तरह से सेंट गेब्रियल के मोंटफोर्ट ब्रदर्स के पिलर थे.उनकी आत्मा की शांति के लिए हम प्रार्थना कर रहे हैं. राजन क्लेमेंट साह,रॉनी बेंजामिन,सिस्टर रजनी आदि ने भी श्रद्धांजलि अर्पित किए.
सोमवार, 3 अप्रैल 2023
झारखण्ड : गुमला जिले के नवाटोली में अंतिम संस्कार
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