मधुबनी : सतर्कता एवं जानकारी से आगजनी एवं हीटवेव से बचाव कर सकते है : डीएम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 10 अप्रैल 2023

मधुबनी : सतर्कता एवं जानकारी से आगजनी एवं हीटवेव से बचाव कर सकते है : डीएम

  • बढ़ती गर्मी,तेज पछुआ हवा को देखते हुए  आगजनी की घटनाओं एवं संभावित हीटवेव से बचाव को लेकर साप्ताहिक आपदा की बैठक में डीएम ने दिए कई निर्देश
  • सभी नगर निकायों सहित सभी संबधित विभागों की तैयारियों का लिया जायजा। सभी शिक्षण संस्थानों सहित आंगनबाड़ी केंद्रों पर ओआरएस घोल का पैकेट अनिवार्य रूप से रखने का दिया निर्देश ।

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मधुबनी, बढ़ती गर्मी,तेज पछुआ हवा को देखते हुए  आगजनी की घटनाओं एवं संभावित हीटवेव से बचाव को लेकर कल शनिवार की देर शाम में साप्ताहिक आपदा की बैठक में डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने सभी सबंधित विभागों से तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सतर्कता,जानकारी एवं जागरूकता के द्वारा ही हम अगलगी की घटनाओं पर नियंत्रण एवं हीट वेव से बचाव कर सकते है। डीएम ने कहा  की अगलगी की घटनाओं एवं हीट वेव से सुरक्षा हेतु लोगो को पूरी  सावधानी बरतने एवम निर्धारित मापदंडों का पालन करवाने के लिए पंचायती राज विभाग,आईसीडीएस,शिक्षा, स्वास्थय ,जनसंपर्क,सहित सभी संबधित विभाग व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाए। है।  उन्होंने सभी नगर निकायों को निर्देश दिया कि अविलम्ब सभी महत्वपूर्ण स्थानो पर पेयजल हेतु प्याऊ की व्यवस्था करें। उन्होंने सभी शिक्षण संस्थानों सहित आंगनबाड़ी केंद्रों पर ओआरएस घोल का पैकेट अनिवार्य रूप से रखने का निर्देश दिया। भीषण गर्मी पड़ने पर मनरेगा मजदूरों के काम करने के समय मे भी परिवर्तन करने का निर्देश दिया। उन्होंने सिविल सर्जन को सभी सरकारी अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं सहित हीट वेव प्रभावित मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया। सभी बंद पड़े चापाकलों की अविलम्ब मरम्मती के निर्देश भी दिए  उन्होंने कहा कि लगातार भूजलस्तर पर नजर रखे,आवश्यकता पड़ने पर टैंकलॉरी  से भी पेयजल की आपूर्ति के लिए अभी से ही व्यवस्था करने का निर्देश दिया। पशुओं के लिए पानी की कमी नही हो,इसको लेकर भी जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिए।उन्होंने अग्नि सुरक्षा को लेकर भी कई आवश्यक निर्देश दिए। गौरतलब हो कि गर्म हवा एवम लू का काफी प्रतिकूल प्रभाव हमारे शरीर पर भी पड़ता है, जो कभी-कभी घातक भी साबित हो सकता है। इस संबंध में थोड़ी से सावधानी एवम  दिशा निर्देशो का पालन कर  लू/गर्म हवाओं के बुरे प्रभाव से बचा जा सकता है। इसको लेकर सभी सबंधित विभागों यथा नगर निकायों, स्वास्थ्य, पीएचईडी, शिक्षा, आईसीडीएस, जनसंपर्क आदि को संभावित हीट वेव को लेकर सभी प्रकार की तैयारियां कर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है। चापाकलों की मरम्मती के लिए प्रखंडवार मरम्मती दलों को रवाना कर दिया गया है,साथ ही प्रखंडवार दूरभाष नंबर जारी कर दिए गए है। भूजलस्तर पर नियमित रूप से नजर रखी जा रही है। सभी पीएचसी में इलाज  की व्यवस्था की गई है। नगर निकायों को प्याऊ की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों एवं शिक्षण संस्थानों में ओआरएस घोल रखने का निर्देश दिया गया है। डीएम ने कहा की भीषण गर्मी एवं लू से बचाव हेतु जनहित में ‘‘क्या करें, क्या नही करें’’ जारी किया गया है। आम जनता इसका अनुपालन कर ऐसी घटनाओं को रोक सकते है 

 

गर्म हवाएं / लू से सुरक्षा के उपाय

* स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान और आगामी तापमान में परिवर्तन के बारे में विभिन्न विश्वसनीय माध्यम से लगातार जानकारियां लेते रहें।

* बार-बार पानी पीयें। सफर में अपने साथ पीने का पानी अवश्य रखें।

* धूप में जाते वक्त यथा संभव हल्के रंग के ढीले-ढाले एवं सूती कपड़े पहनें। गमछा या टोपी से अपने सिर को ढकें।

* हल्का भोजन करें, मौसमी फल जैसे-तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूज, संतरा आदि का अधिकाधिक सेवन करें।

* घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नमक-चीनी का घोल, छाछ, नींबू-पानी, आम का पन्ना इत्यादि का नियमित सेवन करें।

* जानवरों को छाँव में रखें एवं उन्हें भी खूब पानी पीने को दें।

* अगर तवीयत ठीक न लगे या चक्कर आये तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


लू लगने पर क्या करें ?

* लू लगे व्यक्ति को छाँव में लिटा दें। अगर उनके शरीर पर तंग कपड़े हों तो उसे ढीला कर दें अथवा हटा दें।

* लू लगे व्यक्ति का शरीर गीले कपड़े से पोछें या ठंडे पानी से नहलाएं एवं बार-बार गीले कपड़े से शरीर को पोछें।

* संबंधित व्यक्ति को ओआरएस, नींबू पानी, नमक-चीनी का घोल, छाछ या शर्वत पीने को दें, यह शरीर में जल की मात्रा को बढ़ाता है।

* लू लगे व्यक्ति को शीघ्र नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जायें।


क्या न करें ?

* कड़ी धूप में बाहर न निकलें।

* अधिक तापमान में क्षमता से ज्यादा शारीरिक श्रम न करें।

* प्रोटीन युक्त भोजन जैसे मांस, अंडा व सूखे मेवे जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं, का सेवन कम करें।

* लू के कारण पानी की उल्टियां करे या बेहोश हो जाये तो उसे कुछ भी खाने-पीने को न दें।

* बच्चों एवं पालतू जानवरों को बंद वाहनों में न छोड़ें।

* दोपहर के समय मवेशियों को चराने के लिए बाहर निकलने से बचें।

जिलाधिकारी ने सभी संबधित पदाधिकारियो विशेषकर पंचायती राज विभाग,सूचना एवं जनसंपर्क, शिक्षा,स्वास्थ्य,जीविका, आईसीडीएस आदि को आम जनता के बीच *भीषण गर्मी एवं लू से सुरक्षा हेतु व्यापक जागरूकता* अभियान चलाने का निदेश दिया है,ताकि इसके प्रभाव को कम से कम किया जा सके। उक्त बैठक में डीडीसी विशाल राज,एडीएम नरेश झा,डीपीआरओ परिमल कुमार,जिला पंचायती राज पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सहित सभी विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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