- एरियर एवं अंतर वेतन के भुगतान को लेकर हजारों शिक्षकों ने समाहरणालय के समक्ष आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया।
मधुबनी, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के आह्वान पर हजारों शिक्षकों ने डीपीई एरियर एवं एनआईओएस डीएलएड ओडीएल अंतर वेतन के भुगतान करने की मांग लेकर पहले डीईओ कार्यालय, डीपीओ स्थापना कार्यालय तथा समाहरणालय के समक्ष आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने राज्य सरकार द्वारा जारी नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2023 के खिलाफ जोरदार नारेबाजी किया तथा सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। शिक्षकों का जुलूस डीईओ कार्यालय से निकल कर शहर में प्रदर्शन करते हुए डीपीओ स्थापना कार्यालय पहुंचकर घंटों कार्यालय का घेराव किया तथा सभी प्रकार के एरियर एवं अंतर वेतन का भुगतान करने की मांग किया। अंत में शिक्षकों ने समाहरणालय के समक्ष आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया। संघ के जिला अध्यक्ष संजीव कुमार कामत ने कहा कि संघ के कार्यालय सचिव मनीष कुमार कर्ण, लदनियां प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार पासवान विगत चार दिनों से बिना अन्न जल ग्रहण किए अनवरत अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं। उनका स्वास्थ्य बिल्कुल बिगड़ गया है। फिर भी डीईओ एवं डीपीओ निष्ठुर बने हुए हैं। राज्य सरकार और प्रशासन को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। डीपीओ स्थापना के द्वारा समस्याओं का समाधान नहीं किए जाने के कारण संघ के बेनीपट्टी अनुमंडल अध्यक्ष हृदेश कुमार, फुलपरास अनुमंडल उपाध्यक्ष शंभू शरण गोईत, घोघरडीहा प्रधान सचिव अर्जून चौधरी एवं नीलाम्बर कुमार भी दो दिनों से अनशन कर रहे हैं। प्रधान सचिव अवधेश कुमार झा ने कहा कि आवंटन रहने के बाबजूद करीब एक सप्ताह से शिक्षक आन्दोलन कर रहे हैं यह सरकार और विभाग के लिए बहुत शर्मनाक है। दरअसल डीपीओ कार्यालय के कर्मी एरियर के भुगतान में भ्रष्टाचार की मंशा पाले हुए हैं। पूर्व में नाजायज राशि उगाही कर चिन्हित शिक्षकों को एरियर का भुगतान मिला है। कोषाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि करीब 50 दिन पूर्व ही सभी प्रकार के एरियर का भुगतान करने हेतु राज्य सरकार के द्वारा मधुबनी जिला को 91 करोड़ 65 लाख 15 हजार रुपए का आवंटन उपलब्ध कराया गया है। परंतु डीपीओ स्थापना कार्यालय विभिन्न तरह के बहानेबाजी कर डीपीई एरियर, 15% अंतर वेतन तथा एनआईओएस डीएलएड ओडीएल प्रशिक्षित अंतर वेतन के भुगतान में अड़ंगा लगा रहे है। उपाध्यक्ष लीलाधर पासवान, सुरेश कुमार यादव, राकेश कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य के अन्य जिलों में सभी प्रकार के एरियरों का भुगतान हो गया है, परंतु मधुबनी जिले के शिक्षक आवंटन उपलब्ध रहने के बाबजूद एरियर् के भुगतान से अब तक वंचित है। जिलाधिकारी अविलंब कर्तव्यहीन अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें। जिला सचिव बबीता चौरसिया, ललित नारायण ललन ने कहा कि जुड़ शीतल एवं ईद जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार बहुत निकट है परंतु, विभागीय अधिकारियों को इसकी कोई चिंता नहीं है। वेतन भुगतान को लेकर इतनी शिथिलता है कि पर्व से पहले वेतन भुगतान नामुमकिन है। उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव, मो नूर आलम ने कहा कि जबतक सभी प्रकार के एरियर का भुगतान नहीं किया जाएगा संघ का आन्दोलन अनवरत जारी रहेगा।
वहीं सचिव मो मुर्तजा ने नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2023 में पूर्व से कार्यरत शिक्षकों के साथ राज्य सरकार पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुनावी घोषणापत्र में महागठबंधन की सरकार बनने पर पहली कैबिनेट की बैठक में ही समान काम समान वेतन एवं राज्य कर्मी का दर्जा देने का वादा किया था। वहीं शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने बिहार विधानसभा के बजट सत्र में राज्य के सभी कोटि के शिक्षकों को जिला संवर्ग में सामंजन की बात कही है। लेकिन सरकार ने शिक्षकों के साथ विश्वासघात किया है। आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मौके पर ललन ठाकुर, प्रभाष कुमार, रामसरोवर भारती हृदेश कुमार, डा सुरेंद्र कुमार सिंह, अमरेश कुमार यादव, सुरेश पासवान, धीरेंद्र कुमार, विजय शंकर चौधरी, शमीम अहमद, देव नारायण यादव, मो मोजिबूर रहमान, संजय कुमार, कपिल देव यादव, ललित कुमार मिश्र, रविन्द्र झा, चंद्रशेखर, उपेन्द्र प्रसाद, मुमताज आलम, सुरेश चौधरी, नागेश्वर कुंवर परमेश्वर यादव, कामोद साफी, महेश पासवान, मनोज यादव, मीरा कुमारी, विनीता कुमारी कुमारी ज्योति कुमारी कुमारी अनिता मिश्रा गुड़िया कुमारी भारती कुमारी बबीता कुमारी कुमारी अस्मिता कंचन कुमारी गीता कुमारी फुल कुमारी ने भी संबोधित किया।
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