- संस्थापक सदस्यों ने सर्वसम्मति से लगाई कुल 29 नामों पर मुहर
बेतिया, पश्चिम चंपारण, जन सुराज पदयात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांधी आश्रम से 2 अक्तूबर को शुरू हुई थी। जन सुराज पदयात्रा जिले में 48 दिनों तक चली और इस दौरान अलग-अलग गांवों और प्रखंडों से गुजरी। पदयात्रा के दौरान लाखों लोग जन सुराज के विचार से प्रभावित हुए और पदयात्रा के साथ कदम से कदम मिलकर चले। पश्चिम चंपारण जिले में जन सुराज अभियान को आगे बढ़ाने और जनसुराज के कार्यों को सुचारू ढंग से जारी रखने के लिए जिले की कार्यवाहक समिति का गठन 5 जनवरी 2023 को हुआ था। अब संगठन के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने और स्थाई समिति के चुनाव होने तक कार्यवाहक समिति के सदस्यों के बीच से और संस्थापक सदस्यों की सर्वानुमति से कुल 29 पदाधिकारियों का चयन किया गया है। सभी नामित पदाधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है और सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है कि पदाधिकारियों के माध्यम से सभी संस्थापक सदस्य जन सुराज की सोच और प्रशांत किशोर के विजन को लोगों तक घर-घर पहुंचाएंगे और बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाने के इस प्रयास को और मजबूत करेंगे। इसके साथ सभी पदाधिकारी जिले में स्थाई चुनाव होने तक अपने पदों पर बने रहेंगे। पश्चिम चंपारण जिला कार्यवाहक समिति के पदाधिकारियों की सूची में तुलसी चौधरी को सभापति और बिकई महतो को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं 4 अनुमंडल अध्यक्षों में कृष्णा बिंद, बुधई राम, विष्णु गुप्ता, अब्दुल सत्तार को चयनित किया गया है। जिले के मुख्य प्रवक्ता के तौर पर गुलरेज अख्तर को नामित किया गया है। इसके अलावा जिले में जन सुराज अभियान की सोच को जन-जन और घर-घर तक पहुंचाने के लिए जिले स्तर पर एक *अभियान समिति यानी कैंपेन कमिटी बनाई गई है।* अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर रामदेव महतो और संयोजक के तौर पर काशी बैठा को चुना गया है। इस समिति में 9 अन्य सदस्यों को शामिल किया गया है। इस समिति के सदस्यों का काम होगा कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा और इसके मूल मंत्र - 'सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास' को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए जमीनी स्तर पर अभियान चलाना और सभी सही लोगों को एक मंच पर लाकर इस अभियान को मजबूत करना। पदाधिकारियों की सूची में शामिल सभी नाम नीचे दिए गए पीडीएफ में संलग्न है।
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