- आपदा से निपटने को लेकर जिले के 100 आपदा मित्र 12 दिवसीय गहन प्रशिक्षण के लिए पटना रवाना। जिले के 500 आपदा मित्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य।
मधुबनी, जिले में आपदा मोचन के कार्य में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ाने,आपदा के समय आपदा पीड़ितों तक त्वरित सहायता प्रदान करने एवं आपदा के प्रभाव को कम से कम करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देशानुसार कुल सौ सामुदायिक वॉलंटियर (आपदा मित्र) को आवासीय प्रशिक्षण हेतु आज पटना रवाना किया गया। बताते चलें कि ये सभी आपदा मित्र पटना में आयोजित बहु आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन विषय पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। आपदा मोचन में स्वेच्छा से भाग लेने की भावना वाले इन आपदा मित्रों का जिले के अलग अलग प्रखंडों से चयन किया गया है। प्रथम चरण में बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में मधेपुर, मधवापुर, बिस्फी, जयनगर, खजौली, झंझारपुर, खुटौना, घोघरडीहा, बेनीपट्टी शामिल हैं।जिले के 500 आपदा मित्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन कोषांग, परिमल कुमार ने बताया कि इस बारह दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने के उपरांत सभी आपदा मित्रों को आपदा रिस्पॉन्स किट के साथ साथ आई कार्ड और प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। साथ ही उन सभी का पांच लाख का बीमा भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आपदा कभी भी आ सकती है मधुबनी जैसे बाढ़ प्रभावित जिले में आपदा प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन लगातर प्रयासरत है। जिलाधिकारी द्वारा आपदा पूर्व तैयारियों को लेकर प्रत्येक सप्ताह बुधवार को समीक्षा बैठक की जा रही है। । जिसका उद्देश्य आपदा जोखिमों को कम करने के लिए पूर्व से ही तैयारियों की लगातार समीक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए आपदा नहीं हो भारी, यदि पूरी हो तैयारी की अवधारणा को बल देते हुए सामुदायिक चेतना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेना फलदाई साबित हो सकता है। इस दौरान सभी आपदा मित्रों को सभी प्रकार की आपदाओं की स्थिति के त्वरित रिस्पॉन्स,आपदा पूर्व एवं आपदा के बाद उठाये जाने वाले कदमो की जानकारी प्राप्त करेंगे।
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