रैपिडो कैप्टन ने 6 साल की बच्ची को बचाकर असाधारण बहादुरी दिखाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 17 मई 2023

रैपिडो कैप्टन ने 6 साल की बच्ची को बचाकर असाधारण बहादुरी दिखाई

Rapido-captan
मुंबई : रैपिडो कैप्टन ने हैदराबाद के इरूम मंज़िल मेट्रो स्टेशन के नज़दीक 6 साल की एक बच्ची को संभावी अपराधी से बचाकर असाधारण बहादुरी का प्रदर्शन किया है। बात उस समय की है जब एक 24 वर्षीय इंजीनियरिंग ग्रेजुएट राईड के लिए इंतज़ार कर रहे थे, तभी उन्होंने यह चिंताजनक दृश्य देखकर तुरंत पुलिस को फोन किया। उनकी सूझ-बूझ और समय पर कार्रवाई के चलते अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया और बच्ची को बचा लिया गया। रात के 10:30 बजे कल्याण मेट्रो स्टेशन के नज़दीक राईड के लिए इंतज़ार कर रहे थे, तभी उन्होंने ऐसा दृश्य देखा, जहां एक फल बेचने वाला छोटी बच्ची के साथ गलत व्यवहार कर रहा था। अनहोनी को भांपते हुए कल्याण ने फल बेचने वाले से सवाल-जवाब किए, उसे कहा कि यह बच्ची मेरी बेटी है। हालात को देखते हुए उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन किया और अपराधी अफ़रोज़ खान को गिरफ्तार कर लिया गया। कल्याण की सूझबूझ एवं बहादुरी के लिए एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, शिखा गोयल ने उनकी सराहना की। आन्ध्र प्रदेश के नंदयाल में जन्मे और पले बढ़े कल्याण ने 2020 में जेएनटीयूए कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुलिवेंदुला से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी, वर्तमान में वे रैपिडो कैप्टन के रूप में काम करते हुए यूआई/यूएक्स कोर्स कर रहे हैं।  इस घटना के बारे में बात करते हुए कल्याण ने बताया, ‘‘मेरे माता-पिता ने मुझे हमेशा सिखाया कि परिस्थितियां चाहे जैसी भी हों, आपको सही काम ही करना चाहिए। उन्होंने मुझे एफआईआर करने के लिए कहा और मुझे सहयोग का आश्वासन भी दिया। अगर मैं बच्ची के बचाव में कुछ नहीं करता और उसे कुछ हो जाता, तो मैं अपने आप को कभी माफ़ नहीं कर पाता।’ रैपिडो के संस्थापक पवन गुंटुपल्ली ने कल्याण के इस कदम की सराहना करते हुए कहा, ‘‘रैपिडो परिवार के ऐसे साहसिक कार्य को देखकर गर्व का अनुभव होता है। कल्याण ने निःस्वार्थ भाव के साथ बच्ची की मदद करते हुए समाज और संगठन को प्रेरित किया है। उनका यह कदम समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने, लोगों की सुरक्षा एवं सशक्तीकरण को सुनिश्चित करने के लिए रैपिडो के दृष्टिकोण की पुष्टि करता है।’

कोई टिप्पणी नहीं: