- सीआरसी, लखनऊ द्वारा आयोजित दिव्य कला शक्ति कार्यक्रम में दिव्यांगों ने बांधा शमा
- दर्शक दीर्घा में बैठे अतिथियों कर खुली की खुली रह आंखे
वाराणसी (सुरेश गांधी)रूद्राक्ष ऑडिटोरियम में देश के छह राज्यों से आएं दिव्यांग प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए न सिर्फ अपनी प्रतिभा दिखाई, बल्कि गायन, वादन, नृत्य एवं समूह कला प्रदर्शन के जरिए अतिथियों का दिल जीतने में भी कामयाब रही। खासतौर से योगा व राधा-रानी की प्रेम कहानी पर आधारित नृत्य प्रस्तुति जब दिव्यांगजनों ने दिखाई तो दर्शक दीर्घा में बैठे अतिथियों की आंखे खुली की खुली रह गयी। अन्य विधाओं में भी दिव्यांगों ने अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन कर लोगों का मन मोह लिया। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केन्द्र (सीआरसी), लखनऊ द्वारा दिव्यांगता में क्षमता के दर्शन के मन्तव्य से उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा राज्य के सैकड़ों कलाकारों की आन्तरिक क्षमता का प्रदर्शन किया गया। जिसमें रिनी भट्टाचार्यजी द्वारा पियानो वादन, अनन्या भारद्वाज द्वारा शास्त्रीय संगीत, शाहिस्ता परवीन द्वारा संगीत गायन, जीवन ज्योति विशेष विद्यालय, वाराणसी के दृष्टि दिव्यांग छात्राओं द्वारा समूह नृत्य, जगदगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट के प्रतिभागियों द्वारा सामूहिक योग विद्या प्रदर्शन, नव वाणी स्कूल, वाराणसी के प्रतिभागियों द्वारा समूह नृत्य, कोरोक विश्वास द्वारा नृत्य, सुश्री मानसी श्रीवास्तवा द्वारा भरतनाट्यम नृत्य, रिम्पा राय द्वारा नृत्य, इन्स्ट्टीयूट फॉर दि हैन्डीकैप्ड एण्ड बैकवर्ड पिपुल के प्रतिभागियों द्वारा समूह नृत्य, किरण सोसायटी, वाराणसी के प्रतिभागियों द्वारा समूह नृत्य, झारखण्ड दिव्यांग समिति, झारखण्ड के प्रतिभागियों द्वारा झारखण्ड लोक नृत्य कला का प्रदर्शन एवं सत्या सागरिका के द्वारा नृत्य कला का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में कोरियोग्राफर के रूप में सुश्री रानी खानम के साथ उनकी टीम ने सभी दिव्यांगजनों को दिव्यतम प्रतिभाओं के प्रदर्शन हेतु पारन्गता प्रदान की। जिसके फलस्वरूप सभी प्रतिभागियों ने अपनी दिव्यतम कलाओं का प्रदर्शन कर उपस्थित जनमानस को मंत्र मुग्ध कर दिया। उपस्थित समस्त जनमानस एवं अतिथिगणों का स्वागत करते हुए संयुक्त सचिव राजीव शर्मा ने कहा कि आप सभी का बनारस की इस पावन भूमि पर बहुत-बहुत स्वागत, वन्दन व अभिनन्दन है। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के अति स्नेह को प्राप्त कर आज समस्त दिव्यांगजन आहलादित हो रहा है। कमला कान्त पाण्डेय ने बताया कि सरकार दिव्यांगजनों हेतु निरन्तर नवीन शैक्षणिक, व्यवसायिक और कौशल युक्त कार्यक्रमों का सृजन कर रही है। अगली कड़ी में बोलते हुए जिलाधिकारी श्री एस0 राजलिंगम जी ने बताया कि हमारा प्रयास सुन्दर, स्वच्छ और सुगम्य काशी के निर्माण का है। जिसमें सब पढ़े-सब बढ़े की भावना के साथ सबका साथ-सबका विकास निहित हो। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग राजेश अग्रवाल (आई0ए0एस0) जी द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में प्रधानमंत्री के मंशानुसार दिव्यांगजनों का सर्वोत्तकृष्ट सशक्तिकरण हो रहा है। प्रस्तुतियों में योग आधारित प्रस्तुतति सबसे सुन्दर रही। योग पर ही हम लोग 21 जून को विश्व योग दिवस के अवसर पर सिकन्दराबाद में 3000 से अधिक दिव्यांगजनों का एक साथ योग कराकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में कीर्तिमान दर्ज करेंगे। शत-प्रतिशत दिव्यांगजनों का सशक्तिकरण हो रहा है। सत्या सागरिका की प्रस्तुति ने मनमोह लिया। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने कहा कि ने कहा कि समाज में दिव्यांग व्यक्तियों को कमजोर न समझा जाए दिव्यांगों के अधिकार अधिनियम अनुसार उन्हें सुविधाएं मिलें। उन्होंने अपनी प्रतिभा से विश्व में स्थान बनाया इस प्रकार से किसी भी व्यक्ति की दिव्यांगता उनकी कमजोरी का कारण न बने ऐसा समाज का प्रयास होना चाहिए। वर्तमान समय शिक्षा का समय है। अतः अध्यापकों को चाहिए कि वह अपने बालकों को उत्तम शिक्षा प्रदान कर उन्हें आई0ए0एस0, पी0सी0एस0 जैसे पदों पर विभूषित करें एवं उत्तम राष्ट्र निमार्ण हेतु तैयार करें। आप सभी को और समस्त आयोजकों को इस सुन्दर आयोजन हेतु बहुत-बहुत धन्यवाद। समस्त अतिथियों का धन्यवाद रमेश पाण्डेय, निदेशक सी0आर0सी0, लखनऊ के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों के भिन्न-भिन्न जनपदों से आए 1500 से अधिक दर्शकों ने प्रत्यक्ष एवं सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा यू-ट्यूब के माध्यम से हजारों प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को दर्शित किया। कार्यक्रम में राजेश अग्रवाल सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारता मंत्रालय, राजीव शर्मा संयुक्त सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, भारत सरकार, एस0 राजलिंगम जिलाधिकारी व हिमान्शु नागपाल मुख्य विकास अधिकारी, कमला कान्त पाण्डेय, ई0सी0, जी0सी0 सदस्य, भारतीय पुनर्वास परिषद, नई दिल्ली, प्रो0 एस0एस0 पाण्डेय बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की उपस्थिति रही।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें