- बरौनी कारखाना चालू होना, नया कोइलवर पुल, दरभंगा एयर पोर्ट क्या कोई काम नहीं?
- 75 वें साल में देश को नया संसद भवन मिलना कोई छोटी उपलब्धि नहीं
- बिहार में सड़क, रेलवे और हवाई अड्डों के तेज विकास से हजारों लोगों को मिला रोजगार
- धृतराष्ट्र बन कर सीएम बोल रहे ताबूत वालों की भाषा
पटना. पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की आँखों पर अहंकार का इतना मोटा परदा पड़ा है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के बड़े-बड़े काम भी नहीं दिखते. श्री मोदी ने कहा कि आजादी के 75वें साल में देश को भव्य संसद भवन मिलना कोई काम नहीं है क्या?श्री मोदी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार को बिहार में 54000 करोड़ की लागत से 6 लेन सड़कों का निर्माण कार्य भी कोई काम नहीं लगता है ?उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2000 करोड़ रुपये खर्च कर पटना के गाँधी सेतु को अपग्रेड कराया और नियमित महाजाम से मुक्ति दिलायी। क्या यह कोई काम नहीं है? श्री मोदी ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट चालू करवाना कोई क्या कोई काम नहीं है? आज उत्तर बिहार के लोग बंगलौर, मुम्बई, दिल्ली से सीधे दरभंगा पहुँच रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि 150 साल पुराने कोईलवर पुल के समानांतर नया पुल बनवाना कोई काम है या नहीं? श्री मोदी ने कहा कि 8,500 करोड़ रुपये की लागत से बरौनी खाद कारखाने का आधुनिकीकरण कर उसे चालू करवा देना भी अगर कोई काम नहीं है, तो दोष मुख्यमंत्री की आँखों में है.उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लुक-ईस्ट पालिसी के तहत बिहार में सड़क, रेलवे और हवाई अड्डों के तेज विकास के लिए जो बड़े-बड़े काम कर रही है, उनसे हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है, लेकिन नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बन कर ताबूत वालों की भाषा बोल रहे हैं. आलोक कुमार ने ट्वीट कर कहा कि पूरे भारतवर्ष में सबसे ज्यादा मोदी सरकार के आने से सीतामढ़ी को नुकसान हुआ लगातार दो बार सांसदों को रिकॉर्ड मतो से जीता कर भेजा गया परंतु सीतामढ़ी को आज तक लंबी दूरी की ट्रेन नसीब नहीं हुआ मुजफ्फरपुर में खड़ी ट्रेनों का विस्तार नहीं हुआ आखिर क्या फायदा हुआ वोट देकर @BJP4Bihar को?
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