पटना 27 मई, राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को अब प्रदेश के विकास से कोई मतलब नही रह गया है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा नीति आयोग की बैठक मे नही जाना इस बात का प्रमाण है कि राजद के साथ उनका गठजोड़ होते वे पूर्णतः विकास विरोधी हो चुके है। उक्त बाते मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र चौहान प्रधान महासचिव नरेश महतो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमरेंद्र सिंह क्रांति एवं मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नीलमणि पटेल ने संयुक्त वक्तव्य जारी कर कहा। मोर्चा नेताओं ने कहा कि नीति आयोग बैठक में देश विभिन्न राज्यों के विकास का प्रारूप एवं राज्यों के विकास नीतियों की समान रूप से चर्चा होती है ऐसे महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का उपस्थित ना होना यह दर्शाता है कि अब मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को बिहार के आम आवाम की न तो कोई चिंता है और ना ही बिहार के विकास की कोई चिंता है। मोर्चा नेताओं ने कहा कि लोकतंत्र मे विचारों की मतभिन्नता हो सकती है किन्तु राज्य के विकास के सवाल पर वैचारिक मतभेद को भी त्यागने की आवश्यकता हो जाती है। नीति आयोग की बैठक से मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का अलग होना विकास विरोधी कदम है।
शनिवार, 27 मई 2023
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बिहार : नीतीश द्वारा नीति आयोग के बैठक मे शामिल नही होना उनके विकास विरोधी होने का प्रमाण
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