- डीएम ने कहा, योगी सरकार विकास कार्यों के साथ ही खेल और खिलाड़ियों के लिए मंच और अवसर प्रदान करा रही है
- संर्पूणानंद संस्कृत विश्व विद्यालय परिसर में योगा व संबोधन के हुआ समापन, टॉर्च रिले जौनपुर के लिए हुई रवाना
वाराणसी (सुरेश गांधी) खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मशाल रैली गुरुवार को सांस्कृतिक संकुल चौकाघाट से निकाली गयी। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने मशाल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मशाल रैली का समापन संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में योग व जिलाधिकारी के संबोधन के बाद किया गया। लोगों ने योगा अभ्यास भी किया। मकसद खेल के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। इस मशाल रैली को जगह जगह स्कूली बच्चो द्वारा स्वागत भी किया गया। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि इस मशाल रैली का मुख्य उद्देश्य खेलो इंडिया, फिट इंडिया के तहत खिलाड़ियों के प्रति जन जागरूकता लाना है। मशाल रैली का उद्देश्य है देश प्रदेश में खिलाड़ियों को ओलंपिक खेलों के प्रति जागरूक कर ज्यादा से ज्यादा प्रेयर्स तैयार हो ताकि मेडल अधिक से अधिक देश, प्रदेश मे आ सके। इस अवसर पर एडीएम व खेल अधिकारी सहित तमाम गणमान्य उपस्थित रहें। टीम के लोगों ने बीएचयू में भी अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किए और सायंकाल लालपुर स्टेडियम में अपनी कला का प्रदर्शन किया। इसके बाद मशाल टीम जौनपुर के लिए रवाना हो गयी। इसके पूर्व काशी विद्यापीठ, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और बाद में बड़ा लालपुर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स पंहुचा। प्रदेश में खेलों को अव्वल बनाने और खेल के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लखनऊ से चली मशाल रैली को वाराणसी के विभिन्न विश्वविद्यालयों में घुमाया गया। यहाँ से खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की टॉर्च रिले जौनपुर के लिए रवाना हुई। आईआईटी बीएचयू में 26 मई से 3 जून तक खेल का आयोजन होना है। विद्यापीठ में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के बनाये गए लोगो व रंगोली के साथ लोगों ने फोटो खिंचवाई। मशाल रैली बीएचयू पहुंची जहां रैली का भव्य स्वागत हुआ व स्वतंत्र भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मशाल रैली का अंतिम पड़ाव था, बड़ालापुर स्पोर्ट्स स्टेडियम यहाँ मशाल रैली का स्वागत किया गया। यहां खिलाड़ियों ने कुश्ती का दमदार प्रदर्शन किया और सभी खेलों के खलाड़ियो ने मशाल को लेकर खेल ग्राउंड का चक्कर लगाकर मशाल के साथ फोटो खिचवाई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने कहा, खेलो इंडिया अभियान अब एक क्रांति का रूप ले लिया है। इन खेलों में भाग लेने वाले विश्वविद्यालय के एथलीट अनुभव करेंगे कि जीवन के सबसे कठिन सबक सीखने के लिए खेल अपने आप में एक महत्वपूर्ण तरीका है। योगी सरकार विकास के कामों के साथ ही खेल और खिलाड़ियों के लिए मंच और अवसर प्रदान कर रही है। योगी सरकार में पहली बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन उत्तर प्रदेश में होने जा रहा है। खेलो इंडिया प्लेटफार्म, खेल में उत्कृष्टता और राष्ट्र की सेवा में अनुशासित, समर्पित तथा कर्त्तव्य-केंद्रित युवाओं के निर्माण से संबंधित है। वाराणसी अब तक का सबसे अच्छा खेलो इंडिया गेम प्रस्तुत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। डीएम ने कहा, मैं खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भाग लेने वाले सभी एथलीटों, कोचों, अधिकारियों और सहायक कर्मचारियों का स्वागत करता हूं। मुझे विश्वास है कि इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए सर्वोत्तम परिस्थितियां, खेल सुविधायें और खेल अवसंरचना सुनिश्चित करेगी। खेलेगा इंडिया, बढ़ेगा इंडिया।” डीएम ने कहा कि इन प्रतिस्पर्धाओं और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से तैयार किये गए खेल इकोसिस्टम के बीच तालमेल ने वास्तव में हमारे एथलीटों को स्पर्धा के एक स्तर से दूसरे स्तर तक आसानी से आगे बढ़ने में मदद की है। कौशल, नीति और धैर्य की विचारधारा से प्रेरित होकर वाराणसी में आधिकारिक तौर पर खेल 25 मई से शुरू होकर 3 जून तक चलेंगे। डीएम ने कहा कि प्रदेश में पहली बार लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, वाराणसी, गोरखपुर में खेलो इण्डिया युनिवर्सिटी गेम्स-2022 के तृतीय संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। गेम्स के प्रचार-प्रसार हेतु 4 मशाल रैली प्रचार वाहन के साथ-साथ अलग-अलग दिशाओं में 5 मई को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मशाल प्रज्जवलित कर रवाना की गयी हैं।
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