जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के महनार में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में हज़ारों लोगों की भूख की वजह से मौत हो रही है, बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा नहीं है, बिहार के युवा 10-15 हजार के लिए दूसरे राज्य में जाकर अपना जीवन खपा रहे हैं, लेकिन लोग ये चर्चा कर रहे हैं कि कौन से बाबा बिहार आ रहे हैं। किसी भी बाबा को आना है तो आने दीजिए जिसको जाकर उनको सुनना होगा वो जाकर सुनेगा, जिसको नहीं सुनना है, वो नहीं सुनेगा। ये सरकार के लिए विवाद का विषय नहीं होना चाहिए कि कौन आ रहा है और कौन नहीं आ रहा है। कोई बाबा, समाजसेवी या कोई सामान्य आदमी जब तक कि वो कानून के हिसाब से अपना काम कर रहा है तो लोकतंत्र में उन्हें स्वतंत्रता है कि वो कहीं भी अपनी बात रख सकते हैं और कहीं भी जा सकते हैं। ये सरकार के लिए मुख्य मुद्दा नहीं है।
मंगलवार, 9 मई 2023
बिहार : संविधान के दायरे में सबको देश में कहीं भी आने जाने का अधिकार
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