पटना. बिहार में सुशासन की सरकार है.सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद मिलकर बेहतर ढंग से राज्य संचालित कर रहे हैं.इस बीच पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि मिलकर सरकार की छवि खराब करने में जुट जाते है.हुआ यह कि रविवार के दिन एक वार्ड सचिव और एक वार्ड पार्षद द्वारा एक प्रखंड विकास पदाधिकारी पर दुर्व्यवहार और धमकी देने का आरोप लगाते हुए तुर्की ओपी में आवेदन दिया गया था. जिस पर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया और साहब के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. सुशासन की सरकार के राज्य में साहब के खिलाफ पुलिस के द्वारा कोई एक्शन नहीं लेने पर एक वार्ड पार्षद और उनके समर्थकों के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी कुढ़नी के खिलाफ दो दिन के बाद प्रखंड मुख्यालय में ही धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया था.इसी दौरान मारपीट का वीडियो सामने आया है. मामला मुजफ्फरपुर से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है.जहां कुढ़नी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी नीरज कुमार रंजन व तुर्की नगर पंचायत वार्ड छह के पार्षद आलोक यादव के बीच प्रखंड मुख्यालय के अंदर गाली गलौज और हाथापाई हुई.ऐसा कहा जा रहा है कि, कुढ़नी प्रखंड मुख्यालय में बीडीओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था और पुतला दहन का भी कार्यक्रम था.उसे प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी सहन नहीं कर सके. यह सब देखकर बीडीओ का पारा ऊपर चढ़ गया और गुस्से में तिलमिलाए बीडीओ ने बात करते करते हैं वार्ड पार्षद को जोरदार तमाचा जड़ दिया.जिसके बाद मामला और गर्म हो गया और दोनों तरफ से गाली गलौज और हाथापाई शुरू हो गई.हालांकि, बाद में ब्लॉक में मौजूद ग्रामीणों ने मामले को किसी तरह शांत कराया.इसे लेकर बीडीओ और पार्षद ने एक दूसरे के खिलाफ तुर्की ओपी में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है. वहीं, इस घटना को लेकर वार्ड पार्षद आरोप लगाया कि बीडीओ ने पुतला दहन के बाद हुए विवाद के क्रम में मुझपर थप्पड़ चला दिया और गाली गलौज की.जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.इस घटना को लेकर पूछने पर बीडीओ ने वार्ड पार्षद पर थप्पड़ जड़ने जैसी घटना से पूरी तरह इनकार किया है. इस घटना की वजह जन्म - मृत्य निबंधन को लेकर हुआ विवाद बताया गया है. तुर्की ओपी प्रभारी रवि प्रकाश ने बताया कि इस मामले में दोनों तरफ से प्राथमिकी के लिए आवेदन प्राप्त हुआ है.वरीय अधिकारी के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी. इस बीच एकता परिषद बिहार के अध्यक्ष विजय गोरैया ने इसे शर्मनाक करार दिया है. कुढ़नी के बीडीओ द्वारा एक पार्षद को थप्पड़ जड़ना हैरतअँगेज ! वरीय प्रशासनिक अधिकारियों को चुल्लू भर पानी की तलाश करनी चाहिए.अगर पार्षद की गलती थी तो बीडीओ को पुलिस बुलानी चाहिए थी, उसपर मुकदमा दर्ज करना चाहिए था. यह घटना बीडीओ की उच्छृङ्खलता ही नहीं है, कानून के साथ खिलवाड़ करने की उसकी प्रवृति को भी दर्शाता है. ऐसे अधिकारी को एक दिन के लिए भी जन-सरोकार से जुड़े पद पर नहीं रहना चाहिए.एकता परिषद् के प्रमुख साथियों को यथाशीघ्र पार्षद से मिलकर वस्तुस्थिति का पता करना चाहिए.
शुक्रवार, 12 मई 2023
बिहार : पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया तब...
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें