- साफ-सफाई सहित हर घर में जल पहुंचाना व गलियों को चमकाना होगी प्राथमिकता
- जनता के बीच सेवक के रूप में मौजूद रहकर समस्याओं का निस्तारण करायेंगे
- सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना हमारा प्राथमिकता होगी
यह प्राथमिकताएं अशोक तिवारी ने सीनियर रिपोर्टर सुरेश गांधी से एक मुलाकात के दौरान गिनाई। उन्होंने कहा कि काशी से ही प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी जो आज देश ही नहीं विश्वव्यापी बन गया है। उसके बावजूद काशी की रैंकिंग हम सब से छुपी नहीं है। ऐसे में काशी को स्वच्छता रैंकिंग में पहले नंबर लेजाना लक्ष्य होगा जहां हमेशा से इंदौर रहा। इसके अलावा यहां काशी में सबसे बड़ी समस्या जाम की है व्यापारियों के उत्पीड़न के बिना उससे मुक्त पर काम और नए जुड़े 84 गांवों का विकास प्राथमिकता होंगीं। प्रधानमंत्री की सोच है कि गांवों में भी शहरों जैसी सुविधाएं दी जाएं। बिजली, पानी, सीवर, सड़क, स्कूलों को स्मार्ट बनाने आदि का काम किया जाएगा। इसके लिए सर्वे कराया जाएगा। काशी की जनता का तहेदिल के धन्यवाद। मैं यह विश्वास दिलाता हूं कि एक सेवक के रूप में लोगों के बीच रहूंगा और काम करूंगा। उन्होंने कहा कि काशी के प्रत्ेयक नागरिक के शिकायतों का निस्तारण व मांग को पूरा करने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे और इसके लिए संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जाएगी। बारिश से पहले शहर के नाला व नालियांं को सफाई कराने का काम अभी से शुरु करा दिया जायेगा। इसके अलावा जहां कहीं भी निगम के नजूल की जमीनों पर अवैध कब्जा होगा उसे मुक्त करायेंगे। जरूरत पड़ी तो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटायेंगे। कुंडों और पोखरों को भी कब्जामुक्त कराया जाएगा। अशोक तिवारी ने कहा कि नगर निगम की आय बढ़ाने की दिशा में भी काम किया जाएगा। नगर निगम की सीमा में शामिल 84 गांवों का विकास तेजी से कराया जाएगा। बिजली, पानी व सड़क का इंतजाम कराया जाएगा। बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। व्यापार मंडल और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से शहर को हरा-भरा बनाएंगे। गोदौलिया से दशाश्वमेध मार्ग का जाम स्थानीय व्यापारियों के सहयोग से खत्म कराने का प्रयास किया जाएगा।
मेयर ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन कराया जाएगा। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनने में ज्यादा का समय न लगे, इसे सुनिश्चित कराया जाएगा। सुविधाओं को ऑनलाइन सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इससे कई तरह की समस्याएं खत्म हो जाएंगी। कोई भी काम नहीं लटकेगा। जवाबदेही भी तय हो जाएगी। इससे किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। मुख्य मकसद जनता को सहूलियत दिलाना है। पार्कों में छोटे ऑडिटोरियम के निर्माण के लिए प्रयास किया जायेगा। रिंग रोड के आसपास सीवर की व्यवस्था बनाई जाएगी। बता दें, भाजपा प्रत्याशी अशोक तिवारी को कुल 2,91,852 मत मिले वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के ओमप्रकाश सिंह को कुल 1,58,715 मत पड़े। इस प्रकार उन्होंने सपा प्रत्याशी को 1,33,137 मतों से हरा दिया। अशोक तिवारी ने कहा कि 2017 के पहले प्रत्येक जिले में एक माफिया होता था जो कि पूरा जिला चलाता था। आज एक जिला एक उत्पाद की योजना चल रही है। उत्तर प्रदेश लॉ एन्ड ऑर्डर में आज पूरे हिन्दुस्तान के टॉप पर है और इसे जनता महसूस कर रही है। जो लोग पहले जात-पात और धर्म राजनीति करते थे उन्हें जनता ने नकार दिया है और सिर्फ विकास की बात हो रही है। 2014 से पहले केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं थी। 2014 से 2017 तक केंद्र में भाजपा की सरकार थी और काशी के सांसद प्रधानमंत्री बने। इसके बाद काशी का विकास शुरु हुआ। कई सारे काम धरातल पर दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा 2017 से उस कार्य ने जो रफ्तार पकड़ी है वह चुनाव परिणामों में उत्तर प्रदेश और वाराणसी में दिख रही है।
चुनौतियां कम नहीं
नगर निगम के सभी वार्डों में सबसे अधिक समस्या सीवर की है। लोगों का कहना है कि बरसात के महीनों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो जाती है, जिससे आने जाने में लोगों को काफी समस्याएं होती हैं। वहीं कुछ वार्डों में सड़क की समस्या है। लोगों का कहना है कि गलियों में सड़क की स्थिति बदले, जिससे लोगों को आने जाने में सहूलियत हो।
सदन में बहुमत
सदन में 100 में सपा 13 व कांग्रेस आठ सीटों पर सिमट गई। निर्दल 15 सीट पाकर दोनों दलों से आए रहे। हालांकि इनमें ज्यादातर सपा व भाजपा के बागी हैं, जो जल्द ही अपने-अपने दलों में वापस लौट जाएंगे। योगी सरकार ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता से ट्रिपल सरकार बनाने का आह्वान किया था। काशी की जनता ने ट्रिपल इंजन की सरकार बनवा दी है। अब बनारस में सांसद से लेकर विधायक व जिला पंचायत अध्यक्ष तक भाजपा के हैं। शहर की सरकार भी पूरी तरह भाजपा के हाथ में है।
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