मधुबनी, निवर्तमान अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी प्रो शीतलाम्बर झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मोदी सरकार के 9 वर्षों का कार्यकाल में " देश बदहाल " रहा मोदी सरकार के गलत नीतियों के कारण देशवासियों को कमरतोड़ मंहगाई का सामना करना पड़ रहा है डीजल, पेट्रोल , रसोई गैस, दलहन,तेलहन खाद्य पदार्थों, जीवन रक्षक दवाइयां, कपड़ा सहित सभी आवश्यक बस्तुओं रेकॉर्ड दामों में बढ़ोतरी हुई, पैंतालीस वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते बढ़ती बेरोजगारी , गलत जीएसटी एवं नोटबन्दी लागू करने से छोटे छोटे उद्योगों बन्द होगए ,आज देश का अर्थव्यवस्था चौपट हो गया देश के सभी सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों जो छात्रों नौजवानों को नौकरी देने वाली संस्थाओं को अपने पूंजीपति मित्रों के हाबाले कर दिया गया रेलवे स्टेशन एवं रेलगाड़ियों , एयरपोर्ट एवं एयर इंडिया, बीएसएनएल ,एलआईसी, बैंकिंग सेक्टर, शिक्षण संस्थाओं ,मेडिकल सहित देश के सुरक्षा लिए अहम सैनिकों तक को भी नही छोड़ा गया अपने मित्रों के हाथों समर्पित कर दिया गया। प्रो झा ने कहा देशवासियों से जो वादा किया गया वह भी आज तक पूरा नही किया लोगों को प्रतिवर्ष 2 करोड़ नौकरी नही मिली, कालाधन वापस नही आया बल्कि भारी बढ़ोतरी हुई, लोगों के खाताओं में पंद्रह पंद्रह लाख रुपये नही मिले कहीं भी स्मार्ट सिटी नही बना,माँ गंगा स्वच्छ नही हुई उद्योगें बन्द हो गई या बेचा जा रहा है किसानों को आय दुगुनी नही हुई ,कालाक़ानून लाकर किसानों का रीढ़ तोड़ने का काम हुआ बल्कि इन नौ वर्षों में जुमलों की बरसात होती रही आज रोजी रोजगार के लिए लोग तरस रहे हैं सिर्फ देशवासियों को गुमराह करने के लिए हिन्दू मुसलमान और पाकिस्तान होता रहा आज देश एक और विभाजन के मुहाने पर खड़ा हो गया चीन देश के जमीन कब्जा कर लिया लेकिन ठोस कदम नहीं उठाया गया आज देश भुखमरी के सूचकांक में दुनियाभर में पहले पयदायन पर आ गई देश प्रजातंत्र से राजतंत्र की और मुखातिब होते जा रहा है देश मे धार्मिक उन्माद पैदा किया जा रहा है शिक्षित नौजवान कुंठित मानसिकता के होते जा रहें है और राजा राजशाही पर उतर आई है लोकतंत्र को समाप्त करने का खड़यंत्र हो रहा है। कुल मिलाकर इन 9 वर्षों में लोग बदहाल हुए।
सोमवार, 29 मई 2023
मधुबनी : नौ वर्षों में लोग बदहाल हुए : शीतलांबर झा
Tags
# बिहार
# मधुबनी
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
मधुबनी
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें