- परीक्षा के दौरान पूरी सतर्कता और कड़ाई बरतने का दिया निर्देश। परीक्षा केंद्रों पर लगाया जाएगा जैमर।
- सोशल मीडिया पर रहेगी विशेष नजर। पूर्वाहन 9:00 बजे के बाद परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की नहीं होगी इजाजत।
परीक्षार्थियों की जांच हेतु महिला विक्षकों की प्रतिनियुक्ति का निर्देश भी दिया गया है। परीक्षार्थियों के प्रवेश के समय मुख्य द्वार पर फ्रिस्किंग हेतु बाल विकास परियोजना पदाधिकारी व महिला पर्यवेक्षक की प्रतिनियुक्ति की गई है। पुरुष अथवा महिला सभी अभ्यर्थियों की अनिवार्य रूप से बॉडी फ्रिस्किग की जाएगी। इसलिए उन्होंने सभी परीक्षार्थियों से समय से परीक्षा केंद्र पर पंहुचने की अपेक्षा की है। किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन, घड़ी एवं अन्य किसी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को ले जाने की अनुमति नहीं होगी। प्रातः 9:00 बजे के बाद प्रवेश द्वार बंद कर दिया जाएगा। परीक्षार्थियों के प्रवेश के बाद सभी परीक्षार्थियों को आवंटित रोल नंबर के आधार पर बैठना होगा। जहां, अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक एवं फोटोग्राफी भी कराई जाएगी। सभी परीक्षा केंद्रों पर अनिवार्य रूप से जैमर लगाए जाएंगे। उपस्थित केंद्राधीक्षकों एवं अधिकारियों को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि परीक्षा के कदाचार मुक्त आयोजन के लिए यह आवश्यक है कि प्रतिनियुक्त किए गए सभी अधिकारी व कर्मी समय से अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंच जाएं। उन्होंने बताया कि परीक्षा अवधि तक परीक्षा केंद्रों के 500 गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू रहेगी। कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में परीक्षा के आयोजन के लिए अनुमंडल कार्यालय, सदर, मधुबनी में जिला नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। किसी भी परीक्षा केंद्र पर केंद्र अधीक्षक, विक्षक अथवा किसी अन्य कर्मी को अपने पास मोबाइल फोन या अन्य किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को रखने की अनुमति नहीं होगी।सोशल मीडिया पर रहेगी विशेष नजर,किसी भी प्रकार के भ्रम,अफवाह फैलाने वालों पर होगी त्वरित करवाई । उक्त अवसर पर उप विकास आयुक्त, विशाल राज, अपर समाहर्ता नरेश झा, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, अमेत विक्रम बैनामी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर अश्वनी कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर, राजीव कुमार सहित सभी परीक्षा केंद्रों के केंद्राधीक्षक उपस्थित थे।
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