तीसरे केस के लिए पटना से संस्थान के वरिष्ठ सहयोगी अमरनाथ साह ने बताया कि खैरा प्रखंड के दिनारी ग्राम निवासी शंभू नाथ पांडे जो वर्तमान में पटना के एक निजी अस्पताल में इलाजरत है रक्त आभाव के कारण उनका ऑपरेशन रुका हुआ था जब इसकी जानकारी समूह को हुई उसके उपरांत केस कि गंभीरता को देखते हुए हमने रक्त उपलब्ध करवा दिया है. चौथे केस के लिए सेवा भावी संस्थान सहयोगी कश्मीर निवासी सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि जमुई शहर के निजी अस्पताल में इलाजरत खैरा प्रखंड के दीपा करहा ग्राम के गरीब आदिवासी परिवार के पांच वर्षीय मासूम सचिन हेम्ब्रम कि स्थिति रक्त आभाव के कारण काफी गंभीर बनी हुई थी जैसे ही इसकी जानकारी रक्तदाता सहयोगी सचिन कुमार रॉयल के माध्यम से समूह को प्राप्त हुई वैसे ही संस्थान से जुड़े भंडरा निवासी सब्लू सिंह के पुत्र सूर्यमणि कुमार सिंह ने अपने जीवन का पहला रक्तदान कर इंसानियत के हित में कार्य किया है. संस्थान से जुड़े सामाजिक कार्यकर्त्ता वरिष्ठ सहयोगी सुदर्शन सिंह ने कहा कि रक्तदान महादान है.एक व्यक्ति रक्तदान कर किसी जरूरतमंद की जान बचा सकता है और जाने अनजाने ही सही पर उस व्यक्ति से खून का रिश्ता बन जाता है. वहीं संस्थान सचिव सुमन सौरभ, विनोद कुमार, गौरव कुमार सिंह, शिवेंदु चौहान, साइंस रिसर्च सेंटर के सोनू कुमार, रिशु राज, शिवजीत सिंह आदि ने भी सभी रक्तवीर व सहयोगियों को बधाई दी है.
जमुई. दान तो बहुत होते हैं, लेकिन जीवन दान से बड़ा कुछ भी नहीं होता है. रक्तदान ही ऐसा दान है जो कि किसी की जान बचाता है और अनजान से खून का रिश्ता भी जोड़ता. रक्तदान से न केवल दुआएं मिलती बल्कि जान बचाने पर खुद को गर्व की अनुभूति के साथ ही आत्म संतोष भी मिलता है. खून देकर मानवता का रिश्ता बनाना कितना सुखद है इस बारे में "प्रबोध जन सेवा संस्थान" से जुड़े राजेश कुमार यादव ने बताया कि संस्थान के सहयोगी सिकंदरा निवासी राजीव कुमार के द्वारा जानकारी दी गई कि मेरे मित्र की पत्नी प्रसव पीड़िता सबीना खातून रविवार को मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में रक्त आभाव को जूझ रही है रक्त के कारण ऑपरेशन रुका हुआ है जैसे ही इसकी जानकारी संस्थान सहयोगियों को हुई वैसे ही संस्थान के सार्थक प्रयास से रक्तदाता ग्रुप,मुजफ्फरपुर के सहयोगी गोपी मेहता के सौजन्य से रक्त जरुरत को पूरा किया गया. एक दूसरे केस को लेकर जमुई सहयोगी अनुराग सिंह ने बताया कि गोपालपुर,खैरा निवासी सदर अस्पताल, जमुई में इलाजरत रक्त जरुरतमंद मानकवा देवी जिनके पति और पुत्र दोनों दिव्यांग है और रक्त के लिए काफी परेशान है इस केस कि जानकारी संस्थान के सदस्य को जैसे मिली उसके उपरांत कुछ मिनट के भीतर ही रक्त की पूर्ति संस्थान के सहयोग से करवा दी गई वहीं अब पेसेंट की स्थिति पहले से बेहतर बताई जा रही है.
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