दरभंगा :19 जून, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में पलायन की संस्कृति पर एक गोष्ठी का आयोजन आज किया गया। लखनऊ विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राम गणेश यादव ने कहा कि पलायन की संस्कृति का सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों ही तरह का प्रभाव समाज पर पड़ा है । प्रो० राम गणेश यादव ने गांव से शहर की ओर हो रही पलायन के प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि इससे जहां एक और शहर की आबादी एवं घनत्व बढ़ रहा है, वही गांव में इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, संयुक्त परिवार टूटने का एक प्रमुख कारण पलायन वादी संस्कृति है। समाजशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी ने कहां की वर्तमान समय में पलायन को रोकना कठिन है गांव से शहर की ओर हो रहा पलायन मुख्य रूप से बेरोजगारी ही कारण है। उन्होंने कहा कि शहर में लोगों को आसानी से रोजगार मिल जाते हैं, वही आज की स्थिति में कृषि कार्य से लोग विभिन्न कारणों से विमुख हो रहे हैं। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ शाहिद हसन ने की। समाज विज्ञान के संकायाध्यक्ष डॉ प्रभाष चंद्र मिश्रा ने पलायन की संस्कृति पर प्रकाश डाला। उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ गुलाम सरवर, समाजशास्त्र विभाग की डॉ मंजू झा इत्यादि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। डॉ लक्ष्मी सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
मंगलवार, 20 जून 2023
दरभंगा : गांव एवं शहर दोनों पर पलायन का असर : प्रो यादव
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