- सरकारी तालाब को अतिक्रमित किए जाने से मुख्य सङक पर जल जमाव जैसी ज्वलंतशील समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यशैली को लेकर जताया विरोध जताया।
जयनगर/मधुबनी जिला के जयनगर के देवधा उत्तरी पंचायत के भदौर गॉव में सरकारी तालाब को अतिक्रमित किए जाने से मुख्य सङक पर जल जमाव जैसी ज्वलंतशील समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने रविवार को प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यशैली को लेकर विरोध जताया। गांव में स्थित सरकारी तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने एवं मुख्य सङक से जल निकासी को लेकर ग्रामीण मो. अहमद राईन, आजाद राईन, मो. शकिल, अब्दुल रहमान, मो. इरशाद, मो. नजाम, मो. अहमद, मो. अब्बास एवं मो. मुसतकीम समेत अन्य लोगों ने अंचलाधिकारी के नाम आवेदन लिख कर गांव स्थित सरकारी तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर आवेदन पत्र दिया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि भदौर गांव स्थित करीब 17 कटठा सरकारी तालाब को गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमित कर मकान निर्माण कराया गया है। तालाब का अतिक्रमण किए जाने से गांव के लोगों का नाले का उसी तालाब में जाती थी। गांव का गंदा पानी उसी तालाब में जाती है। तालाब को स्थानीय लोगों के द्वारा अतिक्रमित कर मकान निर्माण से नाले का प्रदुषित पानी तालाब के बजाए सङक पर लग गई है। लोगों ने बताया कि भदौर गांव से एसएसबी उसराही कैम्प होते हुए अकौन्हा तक जाने वाली एक मात्र मुख्य सङक पर जल जमाव पंचायत के जीते प्रतिनिधियों पर सवाल उठा रही है। आपको बता दें कि देवधा उत्तरी पंचायत के भदौर गांव से अकौन्हा तक जाने वाली मुख्य सङक पर वर्षो बाद भी जल निकासी को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने अपने दायित्व से पीछे हटते रहे। ग्रामीणों ने मुखिया एवं पंचायत प्रतिनिधियों से अतिक्रमित तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराते हुए उक्त तालाब का जिरणोद्धार कर सङक किनारे नाले के निर्माण की मांग की है।इस संदर्भ में पूछे जाने पर पंचायत के मुखिया शम्भु महतो ने कहा कि तालाब उगाही एवं सौंदर्यीकरण के लिए अतिक्रमण मुक्त होना जरूरी है। अतिक्रमण हटाने को लेकर ग्रामीणों के द्वारा सोमवार को सीओ को पत्र दिया जाएगा । गांव से जल निकासी को लेकर सङक के बीच में नाला निर्माण कार्य जल्द करायी जाएगी।
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