मधुबनी : श्रावणी मेला को लेकर बोलबम सेवा समिति की बैठक,कई बिंदुओं पर चर्चा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 26 जून 2023

मधुबनी : श्रावणी मेला को लेकर बोलबम सेवा समिति की बैठक,कई बिंदुओं पर चर्चा

Shrawan-mela-jaynagar
जयनगर/मधुबनी, जिले के जयनगर अनुमंडल के कमला पुल के पश्चिमी तट पर स्थित पर्णकुटी मंदिर परिसर में श्रावणी मेला को लेकर बोलबम सेवा समिति का बैठक आयोजित की गई। जिसमे बालक बाबा दास नागा के अध्यक्षता में श्रावणी महीना में कांवरिया की सेवार्थ हेतू एक टीम का गठन किया गया। बैठक में सभी सदस्यों ने मेला को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजन करने के लिए विचार-विमर्श किया। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो इसको लेकर सभी सुरक्षात्मक पहलुओं पर भी विचार किया गया।मेला को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्यकारिणी टीम का गठन किया गया। जिसमें संयोजक के तौर पर बालक दास(बाबा), संरक्षक उमेश यादव, मदन यादव, राम दास हजरा, अध्यक्ष शशि शेखर हजरा, उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव, सचिव अनुराग कुमार पंकज, कोषाध्यक्ष अजय कापड़, उप कोषाध्यक्ष सुर्यदेव पासवान,उप सचिव सिकन्दर मुखिया, संयुक्त सचिव संतोष राय, मीडिया प्रभारी सुधांशु कुमार एवं पप्पू पूर्वे एवं सदस्य के तौर पर रंजीत राय,रामभरोस राय,संतोष साह,कृष्णा साफी, कृष्णा कुमार,अजय राय, रौशन चौधरी, ललन मंडल,रोजिन मुखिया एवं अन्य लोगों को शामिल किया गया। इस अवसर पर बोलबम सेवा समिति के अध्यक्ष शशि हजरा ने कहा कि यहाँ हर साल बोलबम सेवा समिति के द्वारा कांवरिया को ठहरने के लिए जगह,दवाई,पेय जल इत्यादि की व्यवस्था की जाती है। इस श्रावणी मेला में विभिन्न प्रकार के झूले,मीना बाजार, सहित कई दुकाने भी लगाई जाएगी। प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु पवित्र कमला नदी से जलभराव करके कपलेश्वर स्थान, शिलानाथ एवं विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं। इस बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा कई बिंदुओं पर विस्तार से  चर्चा किया गया।

कोई टिप्पणी नहीं: