जयनगर/मधुबनी, जिला के जयनगर में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 48वीं वाहिनी अंतर्गत देवधा कैंप के जवानों की सजगता से बाल मजदूरी के शिकार होते होत चार बच्चे बच गये। सभी बच्चे को गुजरात के होटल में काम करवाने की योजना थी। गिरफ्तार एक तस्कर को बाल मजदूरी कराने के मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान नेपाल धनुषा जिला अंतर्गत डुमरिया गॉव के निवासी बासुदेव साह के पुत्र अशोक साह के रूप में बताए गए है। एसएसबी जवानों ने चार बच्चों व गिरफ्तार आरोपित को देवधा पुलिस के संरक्षण में दे दिया। पुलिस इस मामले में चाइल्ड हेल्पलाइन के अधिकारीयों को बुलाकर मामले की बारीकी से जांच की। मिली जानकारी के मुताबिक भारत-नेपाल बॉर्डर पर आरोपित व्यक्ति चार बच्चों को लेकर नेपाल से देवधा होते हुए गुजरात ले जा रहा था। जहां एसएसबी के द्वारा जांच के क्रम में जवानों को शक हुआ और आरोपित को हिरासत में लेकर देवधा थाना पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद चाइल्ड लाइन जयनगर की टीम थाने पहुंचकर पुलिस के साथ मामले की जांच की। जांच में पाया गया कि बच्चों को गुजरात के होटल में काम करवाने के लिए नेपाल से गुजरात ले जा रहा था, जबकि सरकार द्वारा जारी संवैधानिक नियमानुसार नाबालिग बच्चों से काम कराना दंडनीय अपराध है, जिसको लेकर पुलिस ने देवधा के एसएसबी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई की। वही चार बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन जयनगर के हवाले कर दिया गया। इस बाबत स्थानीय थानाध्यक्ष अमृत लाल वर्मन ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी पर करवाई की जारी है। वही चाइल्ड लाइन सब सेंटर जयनगर के टीम मेंबर सविता देवी ने बताई की बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार नेपाल पुलिस और एसएसबी के समक्ष बच्चों को उनके अभिभावक को सुपुर्द कर दिया गया। इस मौके पर कमला बीपीओ इंचार्ज अविनाश कुमार,देवधा कैम्प इंचार्ज श्याम लाल, चाइल्ड लाइन सब सेंटर के सदस्य सविता देवी,पप्पू कुमार पुर्वे एवं एसएसबी के जवान सहित अन्य मौजूद थे।
शनिवार, 17 जून 2023
मधुबनी : बाल मजदूरी के शिकार होते होत चार बच्चे बचे
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