03 जुलाई को होगा नीतीश कुमार की जीवनी का लोकार्पण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 22 जून 2023

03 जुलाई को होगा नीतीश कुमार की जीवनी का लोकार्पण

●  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जीवनी का लोकार्पण करेंगे पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव

●  उदय कांत ने लिखी है नीतीश कुमार की जीवनी

●  राजकमल प्रकाशन ने किया है जीवनी का प्रकाशन

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नई दिल्ली. 22 जून, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जीवनी 'नीतीश कुमार : अंतरंग दोस्तों की नज़र से' का लोकार्पण सोमवार, 03 जुलाई 2023 को पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के हाथों होगा। लोकार्पण कार्यक्रम अपराह्न 04:30 बजे से सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर, गांधी मैदान, पटना में आयोजित होगा। उदय कांत समेत नीतीश कुमार के अंतरंग मित्रों लिखित यह जीवनी राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है। लोकार्पण कार्यक्रम में बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर; लेखक, सम्पादक, पूर्व सांसद एवं बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति जाबिर हुसैन; मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिनी अली की विशिष्ट उपस्थिति रहेगी।
 

जीवनी के लेखक उदय कांत ने कहा, "जब हम किसी विशिष्ट जननेता की जीवनी पढ़ते हैं तो उसमें ज्यादातर उनके राजनीतिक सफर की चर्चा होती है। लेकिन उससे हम उन लोगों, परिस्थितियों और उस मानसिकता के बारे में बहुत कम जान पाते हैं जिनके कारण वे आज किसी ऊँचाई पर पहुँच सके हैं। इस मामले में नीतीश कुमार की इस जीवनी  का सुर कुछ अलहदा है। एक कस्बे के कूचे से शुरु हुआ यह ज़िन्दगीनामा, गर्दिश की गलियों से गुजर कर उनके आज के मुकाम तक पहुँचने में उनके संघर्षों की कहानी तो कहती ही है, साथ ही उनके व्यक्तिगत, पारिवारिक और राजनीतिक परिवेश के बारे में भी बहुत सी ऐसी कहानियाँ सामने लाती है जिन पर वक्त के धूल की मोटी परत जम गई थी।  यह एक ऐसी कहानी है जो सबको प्रेरणा देती है कि अगर आप पूरी ईमानदारी, लगन और सच्चाई के साथ अपने रास्ते पर बने रहते हैं तो बड़े से बड़ा मुकाम भी हासिल किया जा सकता है।" आगे उन्होंने कहा, “मैं कोई स्थापित लेखक नहीं हूँ, क्योंकि मैंने इससे पहले बिलकुल अलग विषयों पर किताबें लिखी हैं। मैं राजकमल प्रकाशन, विशेष रूप से श्री अशोक महेश्वरी जी का हृदय से आभारी हूँ क्योंकि उन्होंने ऐसी अनौपचारिक किताब लिखने के लिए मुझ पर भरोसा जताया और लगातार मेरी हौसलाअफ़जाई करते रहे।” राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष अशोक महेश्वरी ने कहा, "यह जीवनी नीतीश कुमार के जीवन से जुड़े कई ऐसे अंतरंग पहलुओं को उजागर करती है, जो अब तक सार्वजनिक नहीं थे। यह एक प्रेरक और दिल को छू लेने वाली जीवनकथा है। बड़ी खुशी की बात है कि एक लोकप्रिय जननेता के रूप में प्रसिद्ध और बिहार के दूसरे सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार की जीवनी राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई है। राजकमल प्रकाशन से उनका बहुत पुराना नाता रहा है। वे अपने कॉलेज के दिनों में भी पुस्तकें खरीदने के लिए अक्सर पटना शाखा में आते थे। अब उनकी जीवनी भी राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित अन्य महत्त्वपूर्ण जननेताओं की जीवनियों की सूची में शामिल हो गई है। यह नीतीश कुमार के व्यक्तित्व और उनके जीवन संघर्ष को समझने के लिए उपयोगी पुस्तक होगी।" कार्यक्रम में बतौर वक्ता बिहार सरकार में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी; भवन निर्माण विभाग मंत्री अशोक चौधरी; जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मंत्री संजय कुमार झा; राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मनोज कुमार झा; मुख्यमंत्री के परामर्शी एवं बिहार सरकार के पूर्व मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष अशोक महेश्वरी मौजूद रहेंगे। वहीं कार्यक्रम का संचालन जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान के निदेशक नरेन्द्र पाठक करेंगे।

 

पुस्तक परिचय :

‘नीतीश कुमार : अंतरंग दोस्तों की नज़र से’ न केवल नीतीश कुमार की जीवनी है, बल्कि यह मुन्ना बाबू की, ‘नेताजी’ की और नीतीश जी से माननीय नीतीश कुमार बनने की भी कहानी है। यह कहानी उनके पचास वर्षों से भी ज्यादा समय से उनसे जुड़े अभिन्न मित्रों ने लिखी है। यह नीतीश कुमार की उस व्यक्तिगत-पारिवारिक छवि को पहली बार सामने लाती है जो उनके जगज़ाहिर सियासी जीवन के पीछे हमेशा ओझल रही है। नीतीश कुमार की जीवनी होने के साथ साथ यह आज़ादी के बाद के बिहार की राजनीति का सटीक लेखा-जोखा भी है। यह कहानी किसी भी उस आम आदमी की हो सकती है जिसके अन्दर कुछ अच्छा करने और करते रहने का जज़्बा हो!


लेखक परिचय :

इंजीनियरिंग में पी-एच.डी. प्राप्त उदय कांत भारतीय इंजीनियरिंग सेवा में कार्य करते हुए अब तक राष्ट्रीय स्तर पर कई महत्त्वपूर्ण ज़िम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुके हैं। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के उप कुलपति तथा प्रभारी कुलपति, दिल्ली के कई तकनीकी संस्थानों के विज़िटिंग प्रोफ़ेसर, आई.आई.एम. (रोहतक) के तकनीकी सलाहकार, सी.डॉट. के अभियन्ता प्रमुख सह चीफ़ विजिलेंस ऑफ़िसर सह अपीलीय प्राधिकार सह प्रभारी हिन्दी सेल रह चुके हैं। भारतीय विद्या भवन (दिल्ली) के ज्योतिष विभाग में वर्षों तक अवैतनिक आचार्य रहे हैं। कई वर्षों से आर्ट ऑफ़ लिविंग के एडवांस कोर्स के शिक्षक भी हैं। फ़िलहाल वे बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैं जहाँ  विज्ञान की आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से आपदा प्रबंधन के क्षेत्र को सशक्त कर रहे हैं।

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