सीहोर। सब्जी मंडी में इन दिनों सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। थोक और फुटकर सब्जियों के दाम में हुई बढ़ोतरी से जनता काफी परेशान है। देश के सभी राज्यों में इन दिनों सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए है। सब्जियों के बढ़ते दाम को लेकर सियासत भी गरमा गई है। इसको लेकर गुरुवार को शहर के छावनी स्थित सब्जी मंडी में पहुंचकर टमाटर सहित अन्य सब्जियों के दामों में वृद्धि को लेकर प्रदर्शन किया। गुरुवार को आयोजित प्रदर्शन में नेताओं ने बढ़ते सब्जी के दामों को लेकर सब्जी मंडी में महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान यूथ कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर महंगाई वाले उपलब्धियों को गिनवाते हुए जमकर नारेबाजी की।
टमाटर सहित अन्य सब्जियों के दाम में हुई बढ़ोतरी को लेकर सब्जी मंडी पहुंचकर प्रदर्शन किया। टमाटर के दाम 120 रुपए प्रति किलो होने पर नेताओं ने बीजेपी सरकार पर जमकर जुबानी हमला किया। बढ़ते सब्जियों के दाम को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राजेश भूरा यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर पूरा मंत्रिमंडल उपलब्धियों को गिनवाने में जुटी हुई है, लेकिन कोई भी नेता सब्जियों के बढ़ते दाम पर बोलने को तैयार नही। टमाटर सहित तमाम सब्जियां और खाद्य सामग्री के दामों में बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में सरकार को अपने 9 साल की उपलब्धियों में महंगाई के भी जनता के सामने रखना चाहिए। केंद्र की बीजेपी सरकार के 9 साल के कार्यकाल में जितना महंगाई बढ़ा है, उतना किसी भी सरकार में महंगाई नही बढ़ा था। इसके साथ ही सरकार को चेतावनी दिया कि यदि जल्द महंगाई पर लगाम नही लगाया जाता, तो आने वाले दिनों में कांग्रेस सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगी। सब्जी मंडी में कुछ दिन पहले जो टमाटर 40 से 50 रुपए प्रति किलो मिलते थे, वह आज 80 से 120 रुपए प्रतिकिलो हो गए है। आलू के 20 से 22 रुपए प्रति किलो, प्याज 20 से 22 रुपए प्रतिकिलो, परवल 50 से 60 रुपए प्रति किलो, करैला 35 से 40 रुपए प्रतिकिलो, नींबू 8 से 10 रुपए पीस, कद्दू 32 से 35 रूप प्रति किलो, अदरक 200 से 250 रुपए प्रति किलो, हरी मिर्च 40 से 50 रूप प्रति किलो, लहसुन 120 रुपए प्रतिकिलो, पालक 30 रुपए प्रतिकिलो और मूली 35 रुपए प्रति किलो बिक रहे है। इसके अलावा धनिया 200 रुपए प्रतिकिलों के हिसाब से बिक रहा है। गुरुवार को आयोजित प्रदर्शन में किसान कांग्रेस के शहराध्यक्ष तारा यादव, प्रीतम दयाल चौरसिया, राजेन्द्र वर्मा, हरीश आर्य, राजाराम बड़े भाई, धर्मेन्द्र रेकवार, मांगीलाल टिमराई, ऊंकार यादव, कमलेश चांडक आदि शामिल थे।
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