नयी दिल्ली : मणिपुर में हालात काफी भयावह होते जा रहे हैंं। यहां हिंसा ने इस कदर खतरनाक रूप ले लिया कि दंगाई भीड़ ने एक एंबुलेंस को भी नहीं छोड़ा और ईलाज को जा रहे एक 8 वर्षीय बच्चे, उसकी मां समेत तीन लोगों को जिंदा फूंक दिया। सिर में गोली लगने के बाद घायल इस मासूम को ईलाज के लिए उसकी मां एंबुलेंस से इंफाल लेकर जा रही थी। इसी दौरान भीड़ ने घेर लिया और एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया। यह घटना पश्चिम इंफाल जिले की है। दंगाइयों ने मणिपुर में हिंसा की उस पराकाष्ठा को भी पार कर लिया है जिसे आज का सभ्य समाज ‘जानवरों से भी बदतर’ कहता है। इस घटना में एंबुलेंस में सवार आठ वर्षीय बच्चे, उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार बीच सड़क एंबुलेंस में चिल्लाते रहे, लेकिन हिंसक भीड़ ठहाके लगाती रही। एक सुरक्षाकर्मी ने बताया कि गोलीबारी के दौरान मासूम बच्चे को सिर में गोली लग गई थी। उसका इलाज कराने के लिए उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार एंबुलेंस से इंफाल के अस्पताल ले जा रहे थे। तभी भीड़ ने अचानक सामने आकर एंबुलेंस को रुकवा दिया और उसमें आग लगा दी। तीनों की जलकर मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान आठ वर्षीय तोंसिंग हैंगिंग, उसकी 45 वर्षीय मां मीना हैंगिंग और 37 वर्षीय लिडिया लोरेम्बम के रूप में हुई है।
गुरुवार, 8 जून 2023
एंबुलेंस में मां-बेटे समेत 3 को जिंदा फूंका
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