विशेष : तेलंगाना में कांग्रेस के पुनर्जीवन के आसार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 27 जून 2023

विशेष : तेलंगाना में कांग्रेस के पुनर्जीवन के आसार

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बैंगलोर, 27 जून, (विजय सिंह) कांग्रेस के युवराज और भाजपा के पप्पू राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को अप्रत्याशित सफलता मिलने के बाद, कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की शानदार जीत अब तेलंगाना में के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पार्टी  भारत राष्ट्र समिति ( बीआरएस पूर्व नाम - तेलंगाना राष्ट्र समिति ,टी आर एस ) और भाजपा के नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की सुगबुगाहट के साथ ही 2023 में दक्षिण भारत के आसन्न चुनावी राज्य तेलंगाना में कांग्रेस को पुनर्जीवन के लिए ऑक्सीजन की नई खेप मिलने के संकेत शुरू हो गए हैं। कल सोमवार को सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी और तेलंगाना के पूर्व मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव सहित 35 बीआरएस नेताओं ने  कांग्रेस के वरिष्ठ  नेताओं व पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ,पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एआईसीसी के तेलंगाना प्रभारी माणिक ठाकोर, एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात कर कांग्रेस में शामिल होकर तेलंगाना में कांग्रेस को मजबूत करने का इरादा जताया। आगामी दो जुलाई को ये सभी नेता तेलंगाना के खम्मम जिले में आयोजित एक मेगा रैली में औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होंगे, जहां हाल ही में बीआरएस की एक पूरी इकाई कांग्रेस में शामिल हुई है। इस रैली में राहुल गांधी के साथ  प्रियंका गांधी के भी शामिल होने  की उम्मीद है। सोमवार 26 जून  सुबह तेलंगाना सत्तारूढ़ पार्टी  बीआरएस के नेताओं  ने सबसे पहले कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख ए रेवंत रेड्डी की उपस्थिति में पार्टी अध्यक्ष खड़गे से मुलाकात की। उधर कर्नाटक का असर तेलंगाना पर पड़ने से उत्साहित कांग्रेस अपने उन नेताओं की 'घर वापसी' पर भी काम कर रही है जो या तो बीआरएस में चले गए थे या भाजपा में।


कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पार्टी बहुत आशान्वित है क्योंकि जमीनी स्तर  से सकारात्मक संकेत सामने आ रहे हैं और पार्टी के पक्ष में आम भावना बढ़ती दीख रही है, खासकर भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी और आंध्र प्रदेश के वर्त्तमान मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला द्वारा अपनी नवेली पार्टी का कांग्रेस में विलय करने के इरादे की घोषणा के बाद कांग्रेस को भी बढ़ावा मिला है। माना जा रहा है कि शर्मिला  और उनके कुछ साथियों को कांग्रेस का टिकट दिया जा सकता है। इसके साथ ही कर्नाटक में जीत से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है. कर्नाटक कांग्रेस  के वरिष्ठ नेता और मौजूदा उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को दक्षिण भारत में चुनाव के दौरान पार्टी का मार्गदर्शन करने के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने के संकेत भी मिल रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान तेलुगु भाषी राज्य आंध्र प्रदेश को भी कांग्रेस के  सत्ता में आने पर  विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया है। राहुल गांधी ने कहा था, ''आंध्र के लोग पार्टी को वोट दें या नहीं, जब कांग्रेस सरकार बनेगी तो केंद्र में सरकार इस वादे का सम्मान करेगी।'' सूत्रों के मुताबिक  कांग्रेस आंध्र प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए कर्नाटक से राज्यसभा में आंध्र प्रदेश के पार्टी नेताओं में से एक को समायोजित करने का भी प्रयास कर सकती है, जहां चार सीटें खाली हो रही हैं।

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