- नेपाल से पांच नाबालिग को काम के लिए असम ले जा रहे थे तस्कर
- हरिने एसएसबी ने इंडो-नेपाल बॉर्डर पर दबोचा, 13 से 14 वर्ष है सभी बालक का उम्र
हरलाखी/मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल हरिने कैम्प के एसएसबी जवानों ने बाल मजदूरी के लिए ले जा रहे पांच नाबालिग युवक समेत दो तस्कर को गिरफ्तार कर अग्रीम कार्यवाही हेतू हरलाखी थाना पुलिस के हवाले कर दिया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान स्थानीय थाना क्षेत्र के हरिने गांव निवासी नसीम अंसारी व उनके भतीजा इरफान अंसारी के रूप में किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार निरीक्षक सुनील दत्त के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी आशीष कुमार व आरक्षी अमरेन्द्र कुमार संयुक्त रूप से इंडो-नेपाल बोर्डर स्थित हरिने चेक पोस्ट पर ड्यूटी पर तैनात थे। इसी क्रम में नेपाल से पांच नाबालिग बालक की समूह आते देख एसएसबी ने रोककर पूछताछ की, जहां पूछताछ के क्रम में बच्चों के द्वारा संदेहास्पद जवाब मिलने पर सभी को पकड़कर हरिने कैम्प ले जाया गया। उसके बाद एसएसबी के द्वारा प्राप्त सूचना पर चाइल्डलाइन सब स्टेशन जयनगर से सविता कुमारी एवं पप्पू पुर्वे व हरलाखी थाना की पुलिस हरिने कैम्प पहुंची, जहां गहन पूछताछ के बाद हरिने निवासी आरोपी नसीम अंसारी ने बताया कि हाल फिलहाल में वे असम के तिनसुकिया अंतर्गत दुमदुमा में रहते है। वहां उनका बेकरी का फैक्ट्री है। पांचों नेपाली लड़का को उक्त फैक्ट्री में कार्य करने हेतू छह हजार से आठ हजार रुपये प्रति माह वेतन के शर्त पर असम ले जा रहे थे। वहीं पकड़े गए नसीम अंसारी के भतीजा इरफान अंसारी अपने चाचा को रास्ता दिखाने के लिए साथ-साथ नेपाल गए थे। आरोपी के पास से चार एंड्रॉयड मोबाइल फोन, इग्यारह हजार भारतीय रुपये व दो सौ नेपाली रुपया बरामद किया गया है। बहरहाल एसएसबी ने जब्त चारों मोबाइल, रुपये समेत पांचों बालक व दोनों आरोपी को अग्रिम कार्रवाई के लिए पुलिस के हवाले कर दिया है। इस बाबत हरलाखी थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि मानव तस्करी की प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
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