बिहार : बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन जारी रहेगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 15 जून 2023

बिहार : बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन जारी रहेगा

  • बृजभूषण शरण सिंह पर से पॉक्सो हटाने की दिल्ली पुलिस की सिफारिश शर्मनाक है
  • महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़क, कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन जारी रहेगा....

Protest-till-brajbhushan-arrest
पटना. ऐपवा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के शहादत दिवस के अवसर पर 17 -18 जून को बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर हर जगह बड़ा आंदोलन करेगा.इस बात की जानकारी राज्य सचिव अनीता सिन्हा ने दी है. इस बीच ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि नाबालिग महिला पहलवान व अन्य पहलवानों के यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी बृजभूषण शरण सिंह पर से पॉक्सो हटाने की दिल्ली पुलिस की सिफारिश निराशाजनक है. उन्होंने कहा कि आज जो चार्ज शीट दाखिल की गई है उससे स्पष्ट है कहा कि  पहलवानों के पक्ष में महिलाओं और किसानों के बढ़ते आंदोलन से   घबराकर सरकार ने 15 जून तक का जो समय लिया था दरअसल वह समय बृजभूषण शरण सिंह को बचाने के लिए पुख्ता तैयारी के लिए ही था. उन्होंने कहा कि पिछले 6 महीने से सरकार बृजभूषण सिंह के बचाव में पूरी मुस्तैदी से अपने तंत्रों का इस्तेमाल करती रही है. एफ आई आर के बाद भी ना तो उसकी  गिरफ्तारी हुई और ना ही 45 दिनों तक कोई  पूछताछ की गई और बृजभूषण शरण सिंह को बयान देने रैली करने और शिकायत कर्ताओं को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष ढंग से डराने- धमकाने, जांच को प्रभावित करने की पूरी मोहलत दे दी गई. नाबालिग लड़की के पिता पर दबाव बनाकर बयान बदलवाया गया और अब उसके  आधार पर पॉक्सो हटाने की सिफारिश की गई है. मोदी सरकार महिला पहलवानों के दमन और एक यौन अपराधी को संरक्षण देने में पूरे तंत्र का इस्तेमाल करती रही है और जांच के नाम पर महिला पहलवानों के सम्मान को ठेस पहुंचाने, सबूत मांगने से लेकर पॉक्सो कानून को बेअसर करने की कोशिश की गई है. इससे एक बार फिर कार्यस्थलों पर महिलाओं की यौन हिंसा से सुरक्षा का  सवाल एक बड़े सवाल के रूप में सामने आ गया है. महिला पहलवानों के न्याय का मुद्दा पूरे देश की महिलाओं का मुद्दा बन चुका है और इस पर महिलाओं  का आंदोलन और आगे बढ़ेगा. ऐपवा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के शहादत दिवस के अवसर पर 17 -18 जून को बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर हर जगह बड़ा आंदोलन करेगा.

कोई टिप्पणी नहीं: