- मिथिला चित्र कला संस्थान के उप निर्देशक ने सोशल मीडिया में चलाये जा रहे संस्थान के संबंध में भ्रामक एवं तथ्यहीन वीडियो का किया खंडन। मिथिला चित्रकला संस्थान पूर्ण रूप से आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना से संबद्ध है और इसके द्वारा जारी अधिसूचना के अनुरूप ही छात्रों से किसी भी प्रकार शुल्क ली जाती है। :उप निदेशक।
मधुबनी, उप निदेशक मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी बालेंदु पांडेय द्वारा मिथिला तक सोशल मीडिया की सरोज कुमारी झा द्वारा संस्थान के छात्र छात्राओं का एकपक्षीय वक्तव्य रिकॉर्ड कर वायरल किए जाने की खबरों का खण्डन करते हुए कहा गया है कि वायरल वीडियो में संस्थान में परीक्षा फॉर्म भरने के लिए अनुचित राशि लिए जाने की बात कही गई है, जो भ्रामक एवं तथ्य से परे है। उन्होंने कहा कि मिथिला चित्रकला संस्थान पूर्ण रूप से आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना से संबद्ध है और इसके द्वारा जारी अधिसूचना के अनुरूप ही पंजीयन शुल्क अथवा परीक्षा फॉर्म भरने आदि शुल्क लिया जाता है। इसके तहत अनुसूचित जाति / जनजाति के लिए 700/ रुपए एवं अन्य कोटि के छात्र छात्राओं के लिए 3700/ रुपए निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि संस्थान द्वारा सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप छात्र छात्राओं के हित में सभी छात्र छात्राओं के लिए निःशुल्क आवासन और भोजन की व्यवस्था की गई है । इतना ही नहीं, कक्षा में प्रयुक्त कागज, रंग, ब्रश इत्यादि जैसे उपयोगी वस्तुओं को निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि वीडियो को बनाते समय जान बूझकर संस्थान के अधिकारियों से पक्ष नहीं लिया गया और इरादतन संस्थान की छवि खराब करने के उद्देश्य से भ्रामक स्थिति पैदा की गई है,साथ ही शैक्षणिक संस्थान में बिना अनुमति प्रवेश कर अनुशासनहीनता एवं विधिव्यवस्था को बिगाड़ने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर ऐसे भ्रामक एवं तथ्यहीन खबर चलाने वाले पर नियमानुसार करवाई की जाएगी।
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