- डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक कर दिए कई निर्देश। 1 जुलाई से वरीय अधिकारियों के द्वारा जिले के सभी विद्यालयों में चलाया जाएगा सघन निरीक्षण अभियान। डीएम स्वयं करेगे निरीक्षण अभियान की मॉनिटरिंग।
- निरीक्षण के क्रम में अनुपस्थित शिक्षक से स्पष्टीकरण पूछने एवं उनका एक दिन का वेतन रोकने तथा इसकी इंट्री उनकी सेवापुस्त करने का दिया निर्देश।।
- डीएम ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बल देने का दिया निर्देश। आवंटन रहने बाद किसी भी स्थिति में शिक्षकों को वेतन मिलने में विलंब न हो
उन्होंने बाढ़ आश्रय स्थल के रूप में चिन्हित विद्यालयों में शौचालय, विद्युत व पेयजल आदि की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान अनुकंपा पर नियुक्ति के मामलों की समीक्षा भी की गई। उन्होंने जिले में ऐसे सभी विद्यालयों जिसके भवन जर्जर हैं और उनमें पठन पाठन से बच्चों के हित को नुकसान हो सकता है की सूची बनाकर उपस्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बेस्ट एप से किए जा रहे निरीक्षण कार्य की भी समीक्षा की। जिलाधिकारी शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर गंभीर थे। उन्होंने कहा कि जिले में आवंटन रहने बाद किसी भी स्थिति में शिक्षकों को वेतन मिलने में देर न हो। जिलाधिकारी द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के संचालन की समीक्षा भी की गई। उन्होंने गैर सरकारी विद्यालयों से संबंधित ई संबंधन पोर्टल पर सत्यापन और सभी विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति और विद्यालय प्रबंधन समिति के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि अगली मासिक बैठक से पूर्व सभी लंबित कार्य को शत प्रतिशत पूर्ण कर लिया जाए। अन्यथा संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। जिला पदाधिकारी द्वारा विद्यालयों में विद्युतीकरण, माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में निर्माण, जल जीवन हरियाली, सीडब्ल्यूजेसी/ एमजेसी के मामले, टेक्स्ट बुक, प्रवेश उत्सव जैसे अन्य विषयों की समीक्षा भी की गई। बैठक में उप विकास आयुक्त विशाल राज,जिला शिक्षा पदाधिकारी , जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता, अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक सतीश कुमार सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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