मधुबनी : गुरु पूर्णिमा के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम आयोजित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 3 जुलाई 2023

मधुबनी : गुरु पूर्णिमा के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम आयोजित

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जयनगर/मधुबनी, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मधुबनी जिले के जयनगर के कमला रोड स्थित आर्यकुमार पुस्तकालय परिसर के  मातृ मंदिर सभा कक्ष में सत्संगी वृन्द सत्संग केंद्र जयनगर के तत्वावधान में युग पुरषोत्तम श्री ठाकुर अनुकूल चन्द्र जी गुरुदेव के अनुयायियों के द्वारा विशेष पूजा पाठ धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम का आयोजन कर हर्षोल्लास धूमधाम के साथ गुरु पर्व के रूप में गुरुपूर्णिमा का पर्व मनाया गया। आयोजन को लेकर भव्यता से गुरुदेव का दरबार सजाया गया। अनुयायियों के द्वारा श्री ठाकुर अनुकूल चन्द्र गुरुदेव जी का विशेष पूजा पाठ के साथ धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। पूजा पाठ के पश्चात सत्संग, प्रवचन, संगीत मय भजन कीर्तन, ग्रन्थ आदि का पाठ,  धर्म सभा अनुयायियों का सम्मेलन, भव्य आरती और विशाल भंडारा का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम सुबह से देर शाम तक जारी रहा दर्शन पूजा पाठ और सत्संग सम्मेलन में भाग लेने और गुरु के द्वारा दिये गए उपदेश को  रिक्त्विक के द्वारा प्रवचन के माध्यम से अनुयायियों के बीच रखा गया। प्रवचन को सुनने श्रोताओं और धर्मीक अनुष्ठान कार्यक्रम में भाग लेने को लेकर बड़ी संख्या में अनुयायियों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। कई श्रद्धलुओं ने दीक्षा भी ग्रहण किया। रिक्त्विक के द्वारा सत्संग और प्रवचन के माध्यम से सबको बचाना, अपने बचना उसको ही तुम, धर्म समझना। धर्म में सभी बचते-बढ़ते सम्प्रदाय को धर्म न कहते का संदेश देते हुए विश्व में आपसी भाई चारे और शांति बनी रहे का संदेश दिया और सभी की शुभ मंगल के साथ विपदाओं महामारी से बचाव की कामना की गई। प्रवचन के माध्यम से प्रवचनकर्ताओ ने कहा कि सत्कर्मी बने, पर्यावरण की रक्षा करें, शिक्षित समाज हो, नशा पान से दूरी रख सामाजिक कुरीतियों को दूर भगाये, आपसी भाई चारा, बुजुर्गों और निःसहाय की निःस्वार्थ भावना की सेवा करें। द्वेष भावना का त्याग करें। समय पर इष्टभृति करें। सत्संग से जुड़ कर जीवन के भाव को समझ उसे निर्वहन करें। सत्संग हमारे जीवन के मूल स्वरूप सत्कर्म को बताता हैं। सत्संग, भजन कीर्तन से मन को शांति  मिलती और सुखद जीवन की अनुभूति प्रदान होती हैं। सही गुरु का चुनाव कर ससमय धार्मिक बने पाखंड से दूर रहें। भजन कीर्तन जय राधे राधे कृष्ण कृष्ण, जय गुरु, बन्दे पुरषोतमम, श्री श्री ठाकुर अनुकूल चन्द्र जी के  जयकारें उद्घोष से क्षेत्र गुंजयमान और भक्तिमय होते रहा। धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कई सत्संगी वृंद अनुयायियों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। अनुयायियों ने एक से बढ़ कर एक संगीतमय भजन की प्रस्तुति दी।

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