हिन्दी कविता : सुकून से भरा है जहां - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 1 जुलाई 2023

हिन्दी कविता : सुकून से भरा है जहां


सुकून से भरा है जहां

गांव है मेरा वहां

पहाड़ियों से ढ़का हुआ

हरियाली से है खिला हुआ

पहाड़ से डटे लोग रहते यहां

जड़ी बूटियों की खोज होती यहां

पहले से चलते आए जो रीति रिवाज

आज भी हैं उनमें प्रकाश

नदी झरनों की आती आवाज यहां

समस्त जीव जंतुओं का है निवास यहां

सुकून से भरा है जहां

गांव है मेरा वहां।।






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रितिका आर्य

कक्षा-12

चोरसौ, उत्तराखंड

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