क्यों करते है वो ऐसा?
एक नहीं देते पैसा,
लाख बार रुलाते हैं,
काम सारा करवाते हैं,
मज़दूरी भी करवाते हैं,
मगर किसी चीज के लिए
पैसा एक नहीं देते हैं,
ये भी करो, वो भी करो,
बस पूरे दिन काम करो,
किस बात का अभिमान करते हैं,
मानवता को बदनाम करते हैं,
लड़की भी चाहती है जीवन में आगे बढ़ना,
फिर क्यों बोझ समझ कर फेंक देते हैं।।
मनीषा छिम्पा
लूणकरणसर, राजस्थान
चरखा फीचर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें