- काशी की स्वच्छता प्राथमिकता में हैं, पार्षदगण नागरिकों के साथ बैठे, उनकी समस्याओं को सुने और स्वच्छता रैली भी निकाले
- नगर को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त करे और प्लास्टिक एवं उसके उत्पादों को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाएं, सड़कों एवं गलियों की नियमित सफाई के दौरान मौके से कूड़े का उठान तत्काल सुनिश्चित हो
उन्होंने निजी क्षेत्रों की भागीदारी पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने अन्य सेक्टरों को भी चिन्हित किए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसे भी पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाए जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि नगर निगम के चालू वित्तीय वर्ष में 837 करोड़ के बजट को बढ़ाकर 2500 करोड़ किए जाने पर विशेष जोर दिया। इसके लिए संभावनाओं को तलाश कर उसे इम्प्लीमेंट किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 2016-17 में एक्ससाइज से 12 हजार करोड़ की एक्साइज ड्यूटी मिलती थी, जो वर्तमान में बढ़कर 52 हजार करोड़ हो चुकी है। उन्होंने बताया कि 2016-17 में उत्तर प्रदेश सरकार की बजट 3 लाख करोड़ की रही, जो वर्तमान में बढ़कर 7 लाख करोड़ की हो गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सर प्लस वाला प्रदेश हो गया है, यहां पैसे की कोई कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 5.50 करोड़ लोगों को गरीबी से मुक्त कर मुख्यधारा में शामिल किया है। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप जोर देते हुए कहा कि शहर के विकास के लिए नवीन तकनीकी का इस्तेमाल किया जाए। हेरिटेज पोलो में विधुत प्रवाह कतई न होने पाए, इसके लिए प्रभावी कार्रवाई शीघ्र सुनिश्चित कराई जाए। विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त कराए जाने का भी उन्होंने निर्देश दिया। प्रदेश में विद्युत की कोई कमी नहीं है। वाराणसी में निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रत्येक दशा में सुनिश्चित हो। इसमें लापरवाह अधिकारियों की जिम्मेदारी तय किए जाने का भी उन्होंने उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र को ऑनलाइन किए जाने का उन्होंने निर्देश दिया। शहर में पार्को के रखरखाव की व्यवस्था स्थानीय लोगों को सौपे जाने पर उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि इससे लोगों की जन सहभागिता सुनिश्चित होगी और पार्कों का सही ढंग से रखरखाव भी होगा। शहर में कहीं भी सीवर एवं जलजमाव की समस्या नहीं आनी चाहिए। स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हेतु अमृत योजना अंतर्गत कराये जा रहे कार्यों को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर समय सीमा में पूर्ण कराए जाने का उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है, केवल पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य किये जाने पर उन्होंने विशेष जोर दिया। उन्होंने श्रावण मास के पश्चात स्वच्छता जागरूकता के लिये महानगर स्तर पर बड़ी रैली कराए जाने पर जोर दिया। नगर में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए पुलिस व नगर निगम को अच्छी यातायात व्यवस्था के साथ ही टूरिस्ट पुलिस की काउंसलिंग पर विशेष दिया। लोगों से पर्यटकों से अच्छा व्यवहार किए जाने की अपेक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे यहां आने वाले पर्यटक अच्छा संदेश के साथ अपने स्थानों को जाय। प्रधानमंत्री के अपेक्षा के अनुसार काशी की सुन्दरता को स्थाई बनाए जाने तथा स्वच्छता रैंकिंग में काशी अग्रणी आए, यही उन्होंने सभी से अपेक्षा की। बैठक में उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ’दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, पूर्व एमएलसी अशोक धवन, मंत्री एवं विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, डॉ अवधेश सिंह सहित सभी पार्षद प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने काल भैरव एवं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी के कोतवाल काल भैरव एवं देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के पश्चात मुख्यमंत्री ने श्रावण मास के दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने देने की अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाबा भक्तों को बेहतर से बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाए। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि अत्यधिक गर्मी के दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिसर में पीने के पानी की व्यवस्था के साथ ही पंखा-कूलर आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। जिससे बाबा भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए। तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री कांची कामकोटि पीठाधीश्वर जगद्गुरु परम् पूज्यश्री श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती जी महाराज से मठ में मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा।
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