उन्होंने बताया कि इस खास दिन को मनाने के पीछे एक ही कारण है कि देश के सभी डॉक्टर्स जो दिन-रात अपने मरीज की जान बचाने के लिए जुटे रहते हैं, उन्हें सम्मानित करना। कोरोना काल में डॉक्टर्स ने जो अपनी भूमिका निभाई है, वह किसी से छिपी नहीं है। इस खास दिन को मनाने के पीछे यही कारण यही है कि उन्हें सम्मानित करना। उन्हें दूसरे के सेवा के लिए प्रेरित करना। डॉक्टर्स के प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए इससे खास दिन और कोई हो नहीं सकता है। इस मौके पर संस्था के लक्षमण यादव ने कहा आज भी ईश्वर के बाद सबसे ज्यादा डॉक्टर पर विश्वास किया जाता है। कोरोना काल में डॉक्टर ने अपनी जान जोखिम में डालकर मनुष्य की सेवा की उसको कभी भी भुलाया नही जा सकता। आज भी भारत जो कोरोना से लड़ पाया, उसपे सब से बड़ी भूमिका डॉक्टर की थी। हम आपकी सेवा को नमन करते है। वहीं, संस्था के गणेश काँस्यकार ने कहा डॉक्टर डे की सभी को हार्दिक शुभकामनाए लगातार आप लोग सेवा के क्षेत्र में अग्रणी रहते है। हमारा सौभाग्य है आज हमको आप को सम्मान करने का अवसर मिल रहा है। वहीं, संस्था के सियाराम महतो ने कहा कि आप सभी डॉक्टरों को डॉक्टर्स डे की शुभकामनाएं, जो हमेशा अपने मरीजों को सबसे पहले रखते हैं और उन्हें स्वास्थ्य का उपहार देने की पूरी कोशिश करते हैं। वहीं, संस्था के नवीन कुमार ने बताया यूं तो हर साल 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। मगर इस बार कोरोना महामारी से दुनिया झुक रही थी, तब डॉक्टर्स के द्वारा किये गये उल्लेखनीय कामो के बाद आज का दिन बहुत खास हो गया था। इस बार डॉक्टर्स डे पर कोरोना में अपनी जान जोखिम में डालने वाले डॉक्टरों को माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन ने सम्मानित किया। इस मौके पर संस्था के नविन कुमार, हर्षवर्धन कुमार, अरुण कुमार एवं अन्य कई सदस्य मौजूद रहे।
जयनगर/मधुबनी जिले के जयनगर में सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहने वाली स्वयंसेवी संस्था माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के सदस्यों ने डॉक्टर्स डे पर नगर के चिकित्सक का किया सम्मान। देश भर में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस यानी नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया गया। यह खास दिन प्रसिद्ध चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय को समर्पित है, जिनका जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में हुआ था। इस दिन को मनाने के शुरुआत साल 1991 से हुई थी। इसका मकसद जीवन बचाने वाले डॉक्टरों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करना है। यह दिन सभी डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जश्न का दिन होता है। इस साल 1 जुलाई को 33वां राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है। इस मौके पर संस्था के मुख्य संयोजक अमित कुमार राउत ने बताया कि एक मरीज के लिए उसका डॉक्टर किसी फरिश्ता से कम नहीं होता है। कोरोना काल में ने हमने सीखा कि हमारे समाज में डॉक्टर किसी वॉरियर से कम नहीं है, यह सिर्फ एक प्रोफेशन नहीं बल्कि एक इंसान कि लाइफ लाइन है। देश के सभी डॉक्टर्स के योगदान को ध्यान में रखते हुए साल 1 जुलाई के दिन 'नेशनल डॉक्टर्स डे' मनाया जाता है। इस लिए आज हमलोगों ने स्थानीय युवा चिकित्सक जोड़ी डॉ. रविश बंका एवं डॉ. मुस्कान भारती को सेवा के लिए सम्मान करने का कार्यक्रम रखे हैं। सम्मान कर समाज के तरफ से हमारी संस्था उनका आभार व्यक्त करती है।
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