कोलकाता. इस महाधर्मप्रांत से अलग होने के बाद आसनसोल को नया आसनसोल धर्मप्रांत बनाया गया था.3 दिसम्बर 1997 को संत पापा जॉन पाल द्वितीय ने फादर सिप्रियन मोनिस को आसनसोल धर्मप्रांत का पहला धर्माध्यक्ष नियुक्त किया.12 मार्च 1998 को उनका धर्माध्यक्षीय अभिषेक किया गया। धर्माध्यक्ष सिप्रियन मोनिस ने 23 वर्षों तक आसनसोल धर्मप्रांत का नेतृत्व किया है. इसके बाद आसनसोल धर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष सिप्रियन मोनिस ने वाटिकन के नियमानुसार 75 साल होने पर संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 4 मई 2020 को आसनसोल धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष सिप्रियन मोनिस का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है. इसके बाद संत पापा फ्राँसिस ने बारुइपुर के धर्माध्यक्ष सल्वादोर लोबो को आसनसोल धर्मप्रांत के प्रथम प्रेरितिक प्रशासक बनाया.कुछ दिनों के बाद एमेरिटस बिशप सल्वादोर लोबो ने पद त्याग दिया.तब संत पापा ने दुमका धर्मप्रांत के बिशप जूलियस मरांडी को द्वितीय प्रेरितिक प्रशासक बनाया.जो 03 जुलाई 2023 तक रहे.बिशप अभिषेक तक पद पर बने रहेंगे. आज 03 जुलाई 2023 आसनसोल धर्मप्रांत के लिए ऐतिहासिक दिवस रहा.संत पिता ने फादर डॉ.एलियास फ्रैक को आसनसोल धर्मप्रांत के द्वितीय धर्माध्यक्ष होने की घोषणा कर दिया है.आसनसोल धर्मप्रांत के लोगों में हर्ष व्याप्त है.रोज सी टोप्पो,रंजीता बारा,बंटी थॉमस आदि ने खुशी जाहिर किया है.
मंगलवार, 4 जुलाई 2023
आसनसोल धर्मप्रांत में तीन साल के बाद दूसरा बिशप नियुक्त
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