आईटीसीएक्स का लक्ष्य नेटवर्किंग, ज्ञान को साझा करने और समकक्ष शिक्षण के लिए एक पारितंत्र का निर्माण और विकास करना है जो विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ संगोष्ठी, कार्यशालाओं और मास्टरक्लासेस से निकल कर आएगा। इसमें एक मजबूत और सम्बद्ध मंदिर समुदाय के पोषण के लिए साइबर हमलों से सुरक्षा तथा सोशल मीडिया प्रबंधन हेतु पूजास्थल की सुरक्षा, संरक्षा और चौकसी, निधि प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता, आरोग्य और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (आआई) जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग शामिल हैं। इस सम्मलेन में तीर्थयात्री-अनुभव के तहत भीड़ और पंक्ति प्रबंधन, ठोस कचरा प्रबंधन, तथा बुनियादी सुविधा में सुधार जैसे विषयों पर भी चर्चा की जाएगी। इस सम्मलेन में केवल आमंत्रित लोग ही शामिल हो सकेंगे और पहले संस्करण में इसे हिन्दू, जैन, बौद्ध तथा सिख धर्मों के धर्मस्थलों तथा पूजास्थल न्यासों के लिए अभिकल्पित किया गया है। इस सम्मलेन में जैन धर्मशालाओं, प्रमुख भक्ति धर्मार्थ संगठन, यूनाइटेड किंगडम के हिन्दू मंदिरों के संघ, इस्कॉन मंदिर, विभिन्न अन्ना क्षेत्र प्रबंधन, विभिन्न तीर्थ स्थलों के पुरोहित महासंघ और विभिन्न तीर्थयात्रा संवर्धन परिषद् (पिल्ग्रिमेज प्रमोशन बोर्ड्स) के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
इंटरनेशनल टेम्पल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो 2023 के चेयरमैन, महाराष्ट्र विधान परिषत के सदस्य और महाराष्ट्र सरकार के विधान परिषद् अधिकार उल्लंघन समिति के चेयरमैन, प्रसाद लाड ने कहा कि, “आईटीसीएक्स सबसे प्राचीन पारितंत्रों में से एक, मंदिर पारितंत्र को मजबूत और सशक्त करने की दिशा में एक गंभीर प्रयास है। यह सम्मलेन अपने एकदम प्रथम संस्करण में ही इतने बड़े पैमाने और गंभीरता के साथ आयोजित सचमुच अपनी तरह की पहली घटना है। यह जानकारी के प्रसार के लिए एक बेहद जरूरी, स्थान प्रदान करेगा जहाँ विभिन्न मंदिर प्रबंधन एकत्र होकर एक-दूसरे से सीख सकते हैं, विशेषज्ञों से जुड़ सकते हैं और सहक्रियाओं का निर्माण कर सकते हैं जिससे स्थायी मंदिर विकास पर सकारात्मक प्रभाव पडेगा।” शो डायरेक्टर और को-फाउंडर, मेघा घोष ने कहा कि, “हम एक ऐसे समय में रह रहे हैं जहाँ पहल करना महत्वपूर्ण है। मंदिर प्रबंधन के लिए एक मंच तैयार करने का किसी ने प्रयास नहीं किया है, लेकिन हमेशा कोई न कोई एक प्रथम होता ही है। यह सम्मलेन हमारी समृद्ध मंदिर धरोहर में राष्ट्रीय गौरव की भावना को उजागर करता है। और यह समय आधुनिक टेक्नोलॉजी के द्वारा इसे सुरक्षा और समर्थन देने का समय है। हम समान मूल की चार धार्मिक आस्थाओं के साथ शुभारम्भ कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में इस आन्दोलन में और अधिक धर्मों के शामिल होने से हमें खुशी होगी।” पंजीकृत दर्शकों के लिए टेम्पल कनेक्ट की वेबसाइट और फेसबुक लाइव के माध्यम से इस सम्मलेन का ऑनलाइन प्रसारण भी किया जाएगा।
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